शाहिद अंसारी
मुबंई : हाल ही में मुंबई के सीनियर पीआई का जनरल ट्रांस्फर जिसमें सीनियर पीआई का एसीपी प्रमोशन किया गया है लेकिन दो ऐसे सीनियर पीआई हैं जिनका प्रमोशन तो हेगया है लेकिन कंट्रोल अटैच कर के उनकी नियुक्ति प्रतिक्षाधीन रखी गई है और यह एसीपी दर्जे के अधिकारियों के लिए मुंबई पुलिस के इतिहास में पहली बार हुआ है। इन दो महान सीनियर पीआई से एसीपी प्रमोशन पाने वालों के नाम हैं पांडुरंग शिदे जो कि डीबी मार्ग पुलिस थाने में बतौर सीनियर पीआई तैनात थे जबकि दूसरे शरद नाइक एल.टी मार्ग पुलिस थाने में तैनात थे। यह दोनों पुलिस थाने मुंबई के क्रीम पुलिस थने में शुमार होते हैं जहां जम कर मलाई खाने के सुनहरे मौके हाथ लगते हैं। फिलहाल दोनों महान अफसर मुंबई के कंट्रोल रुम में बैठ कर इस सु-अवसर का इंतेज़ार कर रहे हैं और मुंबई में ही एसीपी पद की नियुक्ति के लिए सपना देख रहे हैं।
जानकारी में इस बात का पता चला है कि इन दोनों एसीपी की नियुक्ति इसलिए प्रतिक्षाधीन रखी गई है क्योंकि इन लोगों को वापस से मुंबई के किसी न किसी डिवीज़न में बतौर एसीपी सेट करना है और अगले महीने मुंबई के दो डिवीज़न के एसीपी रीटाएर होने वाले हैं। यह दोनों डीवीज़न मलाई वाले डिवीज़न हैं जिनमें दादर डिवीज़न के एसीपी सुनील देशमुख और मुलुंड डिवीज़न के एसीपी अनिल वालझड़े हैं। अपेक्षा इसलिए भी यह जताई जा रही है कि इन दोनों काबिल और महान अफसरों को यह दोनों जगह पर बतौर एसीपी नियुक्त किया जाएगा क्योंकि यह दोनों मुंबई के ज्वाइंट सीपी क्राइम देवेन भारती के रीडर रह चुके हैं और इनपर बाब बंगाली का कृपा है। इनकी नियुक्ति प्रतिक्षाधीन रखे जाने के पीछे की यही बड़ी वजह यह मानी जाती है हालांकि अब तक किसी भी सनियर पीआई से एसीपी बनने वाले एसीपी की नियुक्ति इस तरह से प्रतिक्षाधीन नही था।
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