शाहिद अंसारी
मुंबई : समुंद्री लुटेरों ने अरब सागर से खड़ें मालवाहक जहाज़ों से करोड़ों का कबाड़ चोरी कर के बेच दिया है। Bombay Leaks के हाथ लगे कुछे ऐसे दस्तावेज जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि एक कंपनी जिस पर हाईकोर्ट में केस चल रहा है और कोर्ट ने इस कंपनी के चल रहे सारे मालवाहक जहाज़ों पर अरब सागर में व्यापार करने पर रोक लगा दी है लेकिन समुंद्री लुटेरों ने उसी कंपनी के कई जहाज़ों से करोड़ों के कबाड़ चोरी कर के बेच दिए हैं।
समुंद्र में मौजूद जहाज़ों से करोड़ों रूपए के कबाड़ चोरी करने के मामला सामने आया है हैरान कर देने वाली बात यह है कि सम्बंधित कंपनी डूब चुकी है और उनका मामला मुंबई हाईकोर्ट में चल रहा है जिसकी वजह से उनके तकरीबन 30 से ज़्यादा मालवाहक जहाज़ जर्जर अवस्था में अरब सागर में हचकोले खा रहे हैं।
Bombay Leaks के हाथ लगे दस्तावोज़ों से पता चला है कि बीते 5 महीनों के अंदर गल कंस्ट्रक्टर नाम की कंपनी के मालवाहक जहाज़ जिसका हाईकोर्ट में मामला चलने के कारण उनके सारे मालवाहक जहाज़ों के अंदर से हज़ारों टन कबाड़ जिसकी मौजूदा कीमत 20 करोड़ के आस पास बताई जाती है समुंद्री लुटेरों ने उसे निकाल कर बेच दिया है। सब से चौंका देने वाली बात यह है कि समुंद्र से लेकर ज़मीन तक की इस चोरी में मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के कुछ अधिकारी और कई सरकारी विभाग शामिल हैं जिन्होंने इस चोरी के लिए समुंद्री लुटेरों को इजाज़त दी है। दस्तावज़ों की छानबीन में यह भी पता चला है कि 15 नवंबर 2017 को अरब सागर के एमवी गल कंस्ट्रक्टर से जो कबाड़ निकालने की इजाज़त दी गई है उनमें समुंद्री क्रेन ( बाज़ ) फरजाना अली और शीतल छोटी बाज़ के लिए मेरिडियन सीवे सर्विस कंपनी के लेटर हेड पर पी ऐंड वी कार्गों के एक आला अधिकारी ने इस कालाबाज़ारी की लिखित रूप से इजाज़त दी है।
जानकारी में इस बात का खुलासा हुआ है कि करोड़ों रूपए के कबाड़ की इस कालाबाजारी में कई सरकारी कर्मचारी शामिल हैं जो किसी भी कंपनी पर केस चलने के बावजूद उसके कबाड़ को अरब सागर से निकाल कर उसे बाजार में बेचने की इजाज़त भी देते हैं क्योंकि सम्बंधित कंपनी के कुछ लोग भी इस कालाबाजारी में मिले हुए हैं जिसकी वजह से सरकारी विभाग बीपीटी से साठगांट कर के इस कंपनी के खड़े मावाहक जहाज़ों से अब तक 20 करोड़ से भी ज्यादा के कबाड़ चोरी किए जा चुके हैं। कंपनी के मालिक को इस बारे में कुछ पता ही नहीं है कि अब तक हजारों टन कबाड़ यहां से चोरी कर के बेच दिया गया है।
जानकारी में इस बात का पता चला है कि एक ऐसी गैंग है जो कि अरब सागर में सक्रीय है जो ऐसी मालवाहक जहाज़ वाली कंपनियों पर नज़र रखते हैं जो कंपनियां बंद हो गई हैं और जिन के विरुद्ध केस चलता रहता है। चूंकि कोर्ट से रोक लगने के बाद उन सारे मालवाहक जहाज़ों को समुंद्र में ही एक ही जगह रखा जाता है और समुंद्री लुटेरे और बीपीटी और दूसरे संम्बंधित विभाग की मिली भगत से वह यहां से जहाज़ पर मौजूद लोहा, पीतल और कई धातूओं की चोरी कर के उसे बेच देते हैं। Bombay Leaks की छानबीन में इस बात का पता चला है कि गल कंस्ट्रक्टर, गल इंस्ट्रक्टर, मालविया इन सब माल वाहाक जहाज़ों से करोड़ों टन कबाड़ की चोरी हुई है।
इस कालाबाज़ारी में अकबर पिंजरा और अली मलबारी नाम के दौ ऐसे लोग शामिल है जो कि अरब सागर में जहाज़ों से कबाड़ चोरी कर उसे करोड़ों रूपए में बेचने के लिए माहिर समझे जाते हैं। Bombay Leaks के हाथ लगे दस्तावेज़ों से पता चला है कि करोड़ों टन की इस चोरी के लिए कई ऐसे विभाग में फर्ज़ी दस्तेज़ों को इन्ही दोनों ने जमां कर सम्बंधित कंपनी को करोड़ों रूपए की चपत लगाई है। चौंका देने वाली बात यह है अकबर पिंजरा के खिलाफ़ कई मामले दर्ज हैं बावजूद उसका गोदी का पास बन गया है जो कि इस कालाबाज़ारी के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
हमने मेरिडियन सीवे सर्विस कंपनी से मामले को संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने इस मामले को देख किसी तरह का जवाब देने से साफ़ इंकारी किया। जबकि कस्टम के एक अधिकारी ने इस बारे में कहा कि अगर इस तरह की चोरी हुई है तो लुटेरो के खिलाफ़ कार्रवाई होगी।
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