मुंबई : मुंबई के वीपी रोड पुलिस थाने में मुहम्मद अल्मास इक्बाल हुसैन अंसारी (38) की शिकायत पर 2 लोगों के खिलाफ़ जान से मारने की धमकी , वसूली हथियार दिखा कर धमकाने के आरोप में मामला दर्ज किया है इस मामले में पुलिस ने आरोपी ताहिर नसीर खान को गिरफ्तार किया है जबकि आरोपी फहीम अहमद मामला दर्ज होने के बाद से फरार है जिसे मुंबई पुलिस और मुंबई क्राइम ब्रांच तलाश कर रही है। फहीम के खिलाफ़ इससे पहले भी मारपीट की धाराओँ के तहेत मामला दर्ज किया है हालांकि दर्ज हुए मामले कोर्ट से खारिज हो चुके हैं।
कौन है अल्मास अंसारी
अलमास अंसारी मुंबई के दो टांकी इलाके में डिफेक्टेड जींस का कारोबार करता है वह उर्दू न्युज़ नामक मुखपत्र के मालिक खालिद और इमतियाज़ का मौसेरा भाई है अलमास ने जींस के कारोबार करने के लिए इलाके के कई लोगों को कई लाख रुपए की चपत लगाई है गिरफ्तार आरोपी ताहिर को भी इसने चपत लगाई है लेकिन जब उससे पैसे मांगे गए तो उस दौरान तू तू मैं मैं हुई इस पैसे की वसूली में फहीम भी शामिल था। कहानी में नया ट्वीस्ट तब आया जब इस तू तू मैं मैं की आड़ में अखबारी गुंडों ने वरिष्ठ अधिकारियों से जुगाड़ लगवा कर वीपी रोड पुलिस थाने में संगीन धाराओं के तहेत मामला दर्ज करवा दिया हालांकि वरिष्ठ अधिकारियों को अब तक इस बात की जानकारी नहीं है कि शिकायतकर्ता अलमास इन अखबारी गुंडों की आड़ ले कर दर्जनों लोगों को कई लाख की चपत लगाए बैठा है और लोग पैसे मांग रहे हैं तो लोगों को पैसे देने से के बजाए अख़बार की धौंस देता है।
लोगों के लिए हुए पैसे वापस करने से कैसे बचा जाए इस बात का तोड़ निकालते हुए इस मामले में संगीन धाराओं के तहेत आरोपियों के खिलाफ़ मामला दर्ज करवा दिया जिसके बाद अब बाकी जिन लोगों के पैसे बाकी हैं वह पैसे मांगने से डरेंगे क्योंकि अब उनके खिलाफ़ भी इसी तरह के झूटे मामले दर्ज हो जाऐंगें इस तरह से अखबारी दादाओँ ने वरिष्ठ अधिकारियों के दम पर धड़ से मामला दर्ज करवा दिया।
मामला दर्ज होने के बाद से फहीम के करीबी महमूद हकीमी को पुलिस थाने और क्राइम ब्रांच के अफसर लगातार परेशान कर रहे हैं अफसरों का कहना है कि वांटेड आरोपी को किसी भी हाल में हाजिर करो क्योंकि उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों का दबाव है जब कि महमूद हकीमी का कहना है कि मैं पुलिस की जांच में सहयोग कर रहा हूं मुझे नहीं पता वह कहां है जब से यह मामला दर्ज किया गया है उसके बाद से मेरा जीना हराम हो गया है क्राइम ब्रांच से लेकर लोकल पुलिस का मेरी आफिस मेरे घर सब जगह पर रोज़ाना आना और वांटेड आरोपी का ठिकाना पूछ रहे हैं मैं इन सब से परेशान हो चुका हूं।
दर असल उर्दू टाइम्स परिवार में फूट पड़ने के बाद एक परिवार ने उर्दू टाइम्स संभाला और दूसरे ने मुंबई उर्दू न्युज़ मुखपत्र खोला परिवार की फूट के बाद घर बटा कारोबार बटा लोग बटे दोस्त और शुभचिंतक भी बट गए। महमूद हकीमी ने इस बटवारे में उर्दू टाइम्स का दामन थाम लिया बस यही बात दूसरे अखबारी गुंडों को नागवार गुज़री और उन्होंने इस मामले को लेकर महमूद हकीमी को भी नापने की साजिश रची है। इसी लिए वरिष्ठ अधिकारियों के दम पर क्राइम ब्रांच और स्थानी पुलिस थाने पर ज़ोर दिया जा रहा है कि आरोपी फहीम की आड़ से महमूद हकीमी का मांसिक उत्पीड़न करे। इस दौरान अखबारी गुंडों ने फ़र्ज़ी पत्रकार फन्नेखां और मुंबई पुलिस को अपनी जेब में रखने का दावा करने वाले खबरी अफज़ल पानी, खबरी तबरेज को इस काम की जिम्मेदारी सौंपी है जो वह दोनों बखूबी निभा रहे हैं अफज़ल पानी वहीं है जिसे हाल ही में ज़ोन 3 के डीसीपी अभिनाश कुमार के आदेश के बाद अंदर डाला गया था बाहर निकने के बाद अफज़ल कुछ दिनों तक वांटेड था लेकिन इन दिनों अखबारी दादाओ द्वारा सुपारी दिए जाने के बाद एक बार फिर से वह वसूली के लिए अपने पांव पसार रहा है जबकि तबरेज़ ख़बरी को उर्दू अख़बार का बतौर पत्रकार कार्ड भी दिया गया है।
चूंकि यह दोनों अखबारी दादाओं की हैसियत नहीं है कि वह ओपन वार कर सकें और अखबार में लिखने पढ़ने से ऐसा होता है कि जंगल में मोर नाचा किस ने देखा इसलिए इन अखबारी दादाओं ने चीटर मौसेरे भाई से अब कोई अपना पैसा न मांग सके इसके लिए यह तरकीब निकाली है और जिनके उसने पैसे हजम किए उनसे अखबारी गुंडे चूहे के जैसे बिल मे बैठ कर वरिष्ठ अधिकारियों और मुंबई क्राइम ब्रांच का इस्तेमाल कर रहे हैं।
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