मुंबई :मुंबई पुलिस कमिश्नर पद पर नियुक्ति को लेकर फिर एक बार मौजूदा पुलिस कमिश्नर संजय बर्वे की मुद्दत तीन महीने के लिए बढ़ाई गई है और इसके साथ ही गैंग ऑफ़ वासेपुर का एक बार फिर से मिशन फेल हुआ है जिसको लेकर वासेपुर गैंग में ज़बरदस्त खलबली मची हुई है।
हालांकि बर्वे के कमिश्नर के ओहदे पर नियुक्त होते ही गैंग ऑफ़ वासेपुर एक्टिव हो गई थी और हर संभव प्रयास कर रही थी कि किसी प्रकार से बर्वे की छवी खराब कर के उन्हे कमिश्नर पद से हटाया जाए लेकिन यह मिशनन भी धरा का धरा रह गया और आखिर मे राज्य सरकार ने न केवल उन्हें कमिश्नर पद पर नियुक्त किया बल्कि 3 महीने उन्हें और दिया ताकि वह महकमा पुलिस की में गैंग ऑफ़ वासेपुर की चल रही परम्परा को तोड़ कर महकमा को सही दिशा दिखाऐं।
इससे पहले यानी इस 3 महीने की मुद्दत की बढ़ोतरी से पहले ही गैंग ऑफ़ वासेपुर फिर सक्रीय हुई थी उन्होंने सुपारी खबर वाले मोहरे का फिर से एक बार बर्वे के विरुद्ध उपयोग किया और उससे ही याचिका दाखिल करवाई हालांकि वह शख्स पिछली बार आवेदन के बाद से तब तक चुप चाप था लेकिन जैसे ही बर्वे के पद पर बढोतरी के चर्चे हुए वैसे ही गैंग ऑफ़ वासेपुर ने उस मोहरे को फिर से एक्टिव कर दिया।
जबकि कयास यह भी लगाया जा रहा था कि इस पद पर बस जल्द ही महिला आईपीएस अधिकारी को नियुक्त करने की होड़ में राज्य सरकार लगी हुई है लेकिन उससे कहीं ज्यादा गैंग ऑफ़ वासेपुर को जल्दी थी लेकिन बर्वे की 3 महीने की बढ़ोतरी से साबित हुआ कि गैंग की सारी मेहनत मिट्टी में मिल गई।
हालांकि इस दौरान यह भी पता चाला है कि गैंग ऑफ़ वासेपुर के मुख्या का इन दिनों राज्य के मुख्यमंत्री से कुछ ताल मेल नहीं मिल पा रहा है इसी लिए बीते तीन महीने से न तो मुख्यमंत्री उनसे मिल रहे हैं और न ही उनका फोन उठा रहे हैं।
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