डेस्क
कौशाम्बी : 18 साल तक जिस मदरसे में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत था उसी स्कूल में घपला कर बैठा जब मदरसा प्रबंधन को इस बात की जानकारी हुई तो निकाल बाहर किया गया। लेकिन हैरानी की बात यह है कि मदरसे से निकाले जाने के बाद जिला अल्पसंख्यक कार्यालय मंझनपुर का दलाल बन गया है।
ग्राम टिकरा के रहने वाले अकबर अली लंबे समय से खोंपा मदरसा इस्लामिया में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत रहते हुए जामिया उर्दू की परिक्षा में कई सालों तक लोंगों से अध वसूली करते हुए पाए गए जिसमें प्रबंधन की छानबीन के बाद पता चला कि अकबर अली ने बीते 15 सालों में 12 लाख से भी ज्यादा का घपला किए बैठे हैं।
स्कूल प्रबंध को जैसे ही इसकी जानकारी हुई उन्होंने अकबर अली को बाहर का रास्ता दिखाया लेकिन जामिया उर्दू का नाम लेकर मदरसा कमेटी के नाम पर लोगों से वसूलने वाली रकम अकबर अली देने में असमर्थ रहे।लोगों को अकबर अली से होशियार रहें क्योंकि किसी के यहां यह नौकरी करते हैं तो वह ध्यान रखें कि य कभी भी चूना लगा सकते हैंं। मदरसा प्रबंधन न कहा है कि अगर जामिया उर्दु से संबंधित किसी प्रकार के फार्म भरते हैं या किसी उम्मीदवार को भरने के लिए कहते हैं तो वह अपनी जिम्मेदारी और जवाबदही पर इनसे संपर्क करे क्योंकि अब इनका मदरसा इस्लामिया से कोई लेना देने नहीं है और अगर यह किसी के साथ किसी प्रकार का फर्ज़ीवाड़ा करते हैंतो उसके जिम्मेदार हम नहीं होंगे।
अकबर को जैसे ही मदरसे से खदेड़ा गया सके बाद से अकबर अल्पसंख्यक कार्यालय का दलाल बन चुका है और वहां मौजूद क्लर्क गुलाम अली और अली हसम के साथ मिल कर दलाली का काम कर रहे हैं चूंकि यह दोनों अल्पसंख्यक कार्यालय में कार्यरत हैं और बिना दक्षणा लिए किसी भी तरह के सरकारी कार्य नहीं करते इसलिए अब तीनों की जोड़ी जम गई है। अब अकबर अली वहां से मदरसे में फोन कर के धमकाता है।
मदरसे के लोगों को यह जानकारी दी जा रही है कि अगर अल्पसंख्यक कार्यालय से किसी तरह के धमकी भरे या रुआब गाँठने के लिए किसी प्रकार के काल वरिष्ठ अधिकारियों के नाम से आऐं तो वह पहले पड़ताल करें कि कहीं गुलाम अली जैसे लोग तो काल नहीं कर रहे हैं अगर इस तरह से हो तो तुरंत जिला अल्पसंख्यक अधिकारी को इसकी सूचना दें ताकि इनके खिलाफ़ कार्रवाई की जा सके।
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