Bombay Leaks Desk
मुंबई : साउथ रीज़न एडिशनल कमिश्नर प्रवीण पडवल की मेहरबानी के बाद सलीम महाराज और तारिक परवीन के खिलाफ़ पायधूनी पुलिस थाने में दर्ज हुए मामले के कुछ ही घंटों के बाद मामला दूसरे पुलिस थाने में ट्रांस्फर कर दिया गया है अब अपेक्षा की जाती है इस मामले में एमआरए मार्ग पुलिस थाने समरी फाइल कर के अंडरवर्ल्ड के उन दो लोगों को सुरक्षित और बाइज्ज़त बरी करने में कामयाबी हासिल करेगी जो गोल्ड तस्करी में शामिल हैं। इस मामले के बाद से प्रवीण पडवल की डिपार्टमेंट समेत अंडरवर्ल्ड में जम कर वाहवाही हो रही है बिल्कुल उसी तरह से जब वह जोन 3 में थे और ससुर सेवा करने के चक्कर में पत्रकार शाहिद अंसारी के विरुद्ध धार्मिक भावना आहत करने का झूटा मामला दर्ज किया था। अब यह खबर लिखने के बाद संभव है कि वह पत्रकार शाहिद अंसारी के खिलाफ़ फिर से झूटा मामला दर्ज करने के लिए फिल्डिंग लगाने की कोशिश करेंगे।
मुंबई के पायधूनी पुलिस थाने में कल अपहरण , मारपीट , जख्मी करने , और हथियार दिखा कर धमकाने के मामले में आईपीसी की धारा 323, 324, 342, 504, 506 (2) 3/25 आर्म्स ऐक्ट के तहेत तीन लोगों के खिलाफ़ मामला दर्ज किया है। जिन तीन लोगों के खिलाफ़ मामला दर्ज किया गया है उनके नाम तारिक परवीन, सलीम महाराज उर्फ़ सलीम बटरफ्लाई समेत एक और शख्श है।
क्या है मामला
दुबई से रेशमा नाम की महिला जो कि मुंबई के नागपाड़ा स्थित आफिया हाईट्स में 13 माले पर रहती है उसने 1 किलो गोल्ड शुमैला नाम की महिला जो कि नल बाजार में रहती है से गोल्ड स्मगलिंग करवाया लेकिन मुंबई आने के बाद शुमैला की नियत खराब हो गई शुमैला ने गोल्ड वापस करने से इंकार किया जिसके बाद रेशमा ने मामले में सलीम महाराज उर्फ़ सलीम बटरफ्लाई के साथ एंट्री की। सलीम ने शुमैला और उसके साथी इमतियाज़ और सादिक से से कहा कि वह गोल्ड की मौजूदा कीमत से 30% उन्हें देंगे अगर वह गोल्ड उनके हवाले करेगा। सलीम बटरफ्लाई ने यह भी कहा कि इस काम में मुंबई क्राइम ब्रांच के 2 अफसर भी शामिल हैं अगर गोल्ड वापस नहीं किए तो क्राइम ब्रांच के अफसरों के हवाले वह उन्हे कर देगा। सलीम बटरफ्लाई ने कहा कि 30% उन्हें वह देगा और उसके बाद जिसने गोल्ड स्मगलिंग किया उससे उनका कोई लेना देना नहीं होगा उसको वह खुद संभाल लेगा।
इस बात को सुनकर शुमैला, इमतियाज़ और सादिक ने 1 किलो गोल्ड सलीम बटरफ्लाई उर्फ़ सलीम महाराज को दे दिया सलीम ने 1 किलो गोल्ड जैसे ही पाया उसके बाद सलीम की नियत खराब हो गई। सुबह से शाम बीतने के बाद सलीम ने कहा यह गोल्ड तारिक परवीन का है उसमें 300 ग्राम कम है। जैसे ही इस मामले में तारिक परवीन की एंट्री होती है उसके बाद तारिक परवीन सलीम बटरफ्लाई उर्फ़ सलीम महाराज ने डोंगरी पुलिस थाने में खानापुरी करने के लिए पुलिस का सहारा लिया। डोंगरी पुलिस ने इमतियाज़ और सादिक को काल कर के स्टेटमेंट रिक़ॉर्ड करने का नाटक किया उसके बाद तीसरी महिला शुमैला जिसने दुबई से गोल्ड स्मगलिंग कर के मुंबई लाई थी उसे बुलाना था लेकिन तभी पुलिस थाने से तारिक परवीन ने आफिसर को यह कहते हुए दोनों को अपने साथ ले जाने के लिए कहा।
पीड़ितों ( गोल्ड स्मगलिंग गैंग के सदस्यों ) का बयान
पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक इमतियाज़ और सादिक ने कहा कि पुलिस थाने से तारिक परवीन ने उन्हें पायधूनी पुलिस थाने की हद में जकरिया मस्जिद के पास मौजूद राजिक टावर के 14 माले पर ले जाकर तारिक परवीन और सलीम बटरफ्लाई उर्फ़ सलीम महाराज और कई लोगों ने उन्हें जम कर पीटा और कहा कि 300 ग्राम गोल्ड जो कम है वह कहां है पीड़ितों ने बात करते हुए कहा कि उन्हों ने बहुत मारा और तारिक परवीन ने अपना कुर्ता उठा कर रिवाल्वर दिखाते हुए उनकी कनपटी पर तान दी और कहा कि अगर नहीं बताओगे तो अपनी जान से हाथ धो बैठोगे। उसके बाद जब वह घर से बाहर निकलने लगे तो उनके ऊपर धार दार हथियार से वार किया गया जब उन लोगों ने पलट कर देखा तो पीछे तारिक परवीन था। मामले को देख गोल्ड स्मगलिंग गैंग ने पायधूनी पुलिस थाने मे शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने उन्हें जेजे हास्पिटल मे भर्ती कराया। जबकि मामले को लेकर तारिक परवीन का कहना है कि उन्होंने किसी भी तरह का उसे हथियार नहीं दिखाया और न ही किसी धार दार वाले हथियार से वार किया है। हमारे पास सीसीटीवी है हम पुलिस जांच में पुलिस थाने में देंगे।
पडवल की परवीन पर मेहरबानी
मामला दर्ज होने के बाद मुंबई के सब से ईमानदार फर्ज़ाशनास नियम और कानून का पालन करने वाले साउथ रीज़न के एडिशनल कमिश्नर प्रवीण पडवल के आदेश पर मामले को ताबड़तोड़ पायधूनी से एमआरए मार्ग पुलिस थाने ट्रांस्फर कर दिया गया। एमआरए मार्ग पुलिस थाने के सीनियर पीआई सुखलाल वर्पे ने कहा है कि मह मामले की छानबीन कर रहे हैं फिलहाल किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया।
कौन है सलीम महाराज
सलीम बटरफ्लाई उर्फ़ सलीम महाराज छोटा शकील गैंग का गुर्गा है और मुंबई के ज्वाइंट सीपी लॉ ऐंड आर्डर देवेन भारती का करीबी है जो कि उनके नाम का इस्तेमाल कर के पुलिस वालों को ब्लैकमेल कर के उनसे वसूली करता है और विवादित मामलों में महाराज की भूमिका निभाते हुए दलाली करता है। मुंबई में फिलहाल सलीम बटरफ्लाई उर्फ़ सलीम महाराज बतौर मांडवाली मास्टर का काम करता है।
कौन है तारिक परवीन
तारिक परवीन डी कंपनी का काफी करीबी रहा है जिसे 2004 में दुबई से डिपोर्ट किया गया था 2008 तक वह जेल में था। मुंबई पुलिस ने तारिक परवीन के खिलाफ़ कार्रवाई की थी उसके बाद यूपी एटीएस ने तारिक परवीन को साल 2015 में गिरफ्तार किया था और बाद में उसे जमानत पर रेहा किया गया था। हाल ही में प्रदीप शर्मा ने तारिक को 20 साल पुराने हत्या के मामले मे गिरफ्तार किया था सके बाद वह जमानत पर रेहा है।
कौन है गोल्ड स्मगलिंग गैंग
दुबई से गोल्ड स्मगलिंग करने वाली गैंग का आका दुबई और मुंबई मे बैठे हैं जो कि दुबई से मुंबई गोल्ड की स्मगलिंग करने के लिए साउथ मुंबई की स्मार्ट लड़कियों को इस गोरख धंधे मे इस्तेमाल करते हैं उसके लिए बाकायदा उन्हें कमीशन दिया जाता है और पकड़ेजाने पर उनके लिए लड़ाई भी लड़ते हैं लेकिन जिस प्रकार से शुमैला द्वारा एक किलो गोल्ड दुभई से मुंबई आ गया है उससे साबित होता है कि गोल्ड स्मगलिंग के इस गोरख धंधे में डीआरआई और एयर इंटलिजेंस यूनिट की आँखों मे धूल झोंक कर यह गोरख धंधा परवान चढ़ रहा है या मुंबई एयरपोर्ट पर मौजूद वह सारे लोग उस समय अपने आंख और कान बंद कर लेते हैं जब बड़े पैमान पर गोल्ड की स्मगलिंग होती है। शिकायतकर्ता का कहना है कि इस मामले में दूसरे पुलिस थाने में जांच पर उन्हें भरोसा ही नहीं है जांच अगर हो तो उसी पुलिस थाने में हो जहां मामला दर्ज हुआ है।
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