मुंबई : नागपाड़ा पुलिस थाने की हद में ताड़देव पुलिस थाने की कार्रवाई के बाद ड्रग्स तस्कर जावेद को गिरफ्तार किया गया है ताड़देव पुलिस ने उसके पास से तकरीबन 81 ड्रग्स की पुड़िया बरामद की है इस बरामदगी के बाद ताड़देव पुलिस के ज़रिए की गई शिकायत पर नागपाड़ा पुलिस ने एनडीपीएस ऐक्ट के तहेत एफआईआर क्रमांक 290/2109 दर्ज कर के आरोपी को गिरफ्तार किया है।
दरअसल यह कार्रवाई ज़ोनल डीसीपी अभिनाश कुमार के आदेश के बाद हुई है चूंकि नागपाड़ा पुलिस थाने पर उन्हें भरोसा नहीं है इसलिए उन्होंने कार्रवाई करने के लिए दूसरे पुलिस थाने का सहारा लिया जिसके बाद न केवल आरोपी को गिरफ्तार किया गया बल्कि उसके बाद मादक पदार्थ भी जब्त की गई।
हालांकि इन दिनों नागपाड़ा पुलिस थाने से मात्र 500 मीटर के फासले पर स्थित छोटा सोनापुर जो कि बाबा बंगाली के आश्रम से सटा हुआ है वहां कई लोग धड़ल्ले से मादक पदार्थ का कारोबार करते हैं जिनके नाम हसीना , रफीक और उसकी बेटी रुबीना, यूसूफ और उसकी बीवी यह सारे लोग धड़ल्ले से नशे का कारोबार करते हैं हैरानी की बात यह है कि यहां पास में ही नागपाड़ा पुलिस थानेकी चौकी भी है और धर्म के ठेकेदार नशे के नाम पर नौटंकी करने वाला आज़ाद मैदान दंगे और हत्या का आरोपी भू माफिया नागपाड़े का बाहुबली तोड़ु-ए-नागपाड़ा तथाकथित धर्म धुरंधर श्री श्री मुईन अशरफ़ उर्फ बाबा बंगाली का आश्रम है उसके बाद भी यह कारोबार धड़ल्ले से किए जा रहे हैं और बाबा बंगाली उनका बाल भी बांका नहीं कर पा रहा।
इस से यह अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि बाबा बंगाली और उसके पंटर जो नशे के नाम पर नौटंकी करते हैं असल में वह दिखावा है असलियत यह है कि बंगाली की बैक डोर से इन्हें शह मिल रही है।
उधर नागपाड़ा पुलिस थाने में भी सीनियर पीआई संतोष बागवे को लेकर भी पुलिस थाने में जम कर नाराज़गी पाई जा रही है क्योंकि छोटे अफसरों से उनकी बदतमीज़ी और गाली गलोच से परेशान अफसर अब पुलिस थाने में रहना ही नही चाहते इसी वजह ससे क्राइम पीआई ने छुट्टी ले ली जबकि इसी गाली गलोच की शिकायत करने की वजह से 12 अप्रैल को उन्होंने एक मिटिंग में यह चेतावनी दी की अगर उनकी गुंडई और बदतमीज़ी के खिलाफ़ किसी भी पुलिसकर्मी ने वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की तो उसके परिवार को इसी नागपाड़ा थाने के परिसर में लाकर गोली मार दी जाएगी इनकी इस बात से नागपाड़ा पुलिस थाने के पुलिसकर्मी मे नाराज़गी और दहशत दोनों पाई जा रही है हालांकि उनकी इस गुंडई की जांच ताड़देव डिवीज़न के एसीपी कदम कर रहे हैं।
उधर बागवे ने जिस गुंडई से सीना ठोक कर कहते थे कि वह देवेन भारती के आदमी हैं और किसी की ताकत नहीं की कोई उनका बाल भी बाका कर ले वही अब अपने प्रमोशन को लेकर इंकार कर रहे हैं क्योंकि एगर एसीपी का प्रमोशन हो गया तो मलाई खाने का मौका उनके हाथ से निकल जाएगा हालांकि इस दौरान उन्होंने एक और चुनौती दी है कि उनके विरुद्ध और उनकी वसूली की खबर जो पत्रकार लिख रहा है उसे वह प्रमोशन से पहले रगड़ेंगे या किसी झूटे केस मे फंसा कर ही दम लेंगे ऐसी जानकारी एक एसीपी ने दी है जिनके कार्यक्षेत्र में बागवे बतौर सीनियर पीआई काम कर चुके हैं।
ऐसा कहा जा रहा है कि नागपाड़ा पुलिस थाने ने नल्ले पत्रकार फन्ने खां और फेकम फांक मांडवाली जगत के बेताज बादशाह खबरी लाल अफ़जल पानी को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें ऐसा लगता है वह किसी भी ईमानदार पत्रकार को झूटे केस में फंसा कर उसे जेल में डाल देंगे हालांकि पानी फर्ज़ी पत्रकार है और फेकम फाक में माहिर समझा जाता है। उसके खिलाफ़ मुंबई में चोरी , चैन स्नेचिंग समेत कई मामले दर्ज हैं खुद को जनता के सामने न्युज़ 24 चैनल के मालिक के तौर पर अपना परिचय देता है जबकि न्युज़ 24 एक विश्वासनी न्युज़ चैनल है कि जिसके जिम्मेदार और मालिक कांग्रेस के आला नेता राजीव शुक्ला हैं
चूंकि अफज़ल नागपाड़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उसकी भी गुंडई और वसूली में एक हद तक घुन लग गया है और वह ऐसी किसी भी खबर को लेकर जिसमें नागपाड़ा पुलिस की कलई खुलती है तो वह खुद का कालर टाइट कर के लोगों को यह कहते फिरता है कि इस तरह की खबरें उसके इशारे पर प्रकाशित की जाती है इसीलिए जल्द ही उसके द्वारा बीपीटी और और कुछ अवैध ज़मीनों की खबरें प्रकाशित की जाऐगी ताकि पानी की फेकमफाक के बारे में लोग समझ सकें और यह जान सकें की यह कितना बड़ा चूरनबाज़ है।
मौजूदा सीपी संजय वर्वे को कुछ महीने हैं जिसको लेकर बागवे जैसे अफसर यह सोच रहे हैं कि अगर उनका प्रमोशन रुक गया तो वह उसी पुलिस थाने में अपनी गुंडई और वसूली की दुकान को आगे बढाऐँगे चूंकि मौजूदा सीपी संजय वर्वे और डीसीपी अभिनाश कुमार की सख्ती की वजह से वह कोई अवैध कार्य नहीं कर पाते क्योंकि खुद ज़ोनल डीसीपी रोज़ाना नागपाड़ा पुलिस थाने हर रोज़ जाते हैं इसलिए अगर प्रमोशन रुक गया तो वह उसी नागपाड़ा में तैनात रहेंगे और सीपी मुंबई के कार्यकाल समाप्त होने के बाद वह अपनी गतिधि आगे बढाऐँगे।
वहीं नागपाड़ा की जनता और खुद नागपाड़ा पुलिस थाने के पुलिसकर्मी इनकी गुंडई से तंग आ चुके हैं और वह चाहते हैं कि जितना जल्दी इनका प्रमोशन हो और यह पीछा छोड़ें क्योंकि न तो यह जनता से सीधे मुँह बात करते हैं और न ही किसी फरियाद सुनते हैं जनसंपर्क न होने की वजह से इस बार इफ्तार पार्टी में भी जन सैलाब न होने की वजह से उन्होंने एक हाल में प्रोग्राम रखा था क्योंकि इनका अकड़ और आचरण और रंग ढंग की वजह इन्हें खुद इस बात का अंदाज़ा था कि कोई नहीं आएगी इसलिए पहली बार ऐसा हुआ है कि इफ्तार पार्टी हाल में रखी गई जिसमें नाम के लोग थे।
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