दिल्ली : मुंबई से उल्मा-ए-दीन की एक टीम बीजेपी विधायक आशीष शेलार की क़यादत में भारत के प्रधान मंत्री से मिली जिस में कई आला शख्सियत मौजूद रही जिन्हों ने CAA, NPR, NRC, को लेकर मुसलमानों में जो खौफ और बेचैनी है उस का इज़हार किया बदले में प्रधान मंत्री ने उलमाओं को यकीन दिलाया के सरकार सब का साथ सब का विकास और सब का विश्वास को लेकर काम करेगी।
आप को याद होगा के पिछले महीने अपने आप को मुसलमानों के रहबर बताने वाले बाबा बंगाली ने महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री से मिले थे जिस के बाद बहुत ही बड़ा विवाद खड़ा हो गया था और बंगाली बाबा को मुह छुपा कर भागना प डा था आज जब उलेमा प्रधान मंत्री से मिले उस में बंगाली बाबा का नाम शामिल नहीं था इस की अहम वजह ये बताई जाती है के बंगाली न ही मोलवी है और न ही आलिम या हाफिज है जबकि बंगाली बाबा मौलाना का भेस बनाये और धर्म का चोला पहेन कर नेताओं के तलुवे चाट कर देश में चल रही राजनीति में अपनी रोटी सेकने की कोशिश कर रहा है वह अलग बात है कि इस की दाल नहीं गल रही।चूंकि बंगाली को इसकी भनक पहले लग चुकी थी कि उस जैसे दंगाई और ढोंगी को नहीं बुलाया गया तो बंगाली माहौल बनाने के लिए पहले ही निकल पड़ा और दिल्ली दंगे और शाहीन बाग़ की तोलेबाजी कर के माहौल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
पीएम मोदी ने देश के सीएए और एनआरसी को लेकर देश के उन 22 लोगों से मुलाकात की जिनके कंधो पर देश के मुसलमानों की जिम्मेदारी है इन 22 लोगों में मुंबई से मौलना खालिद अशरफ़ मुफ्ती मंजूर समेत कई लोगों को बुलाया गया था साथ में बीजेपी विधायक अशीश शेलार की भी मौजूदगी रही।जबकि देश के अगल अलग कोने से जिनमें भोपाल गुजरात कलकत्ता से उलमाओं की शिरकत रही।
पीएम मोदी के साथ हुई इस बैठक का मकसद था कि मुस्लिम समाज में सीएए और एनआरसी को लेकर पैदा होने वाली गलतफहमियों को दूर किया जा सके ताकि सब का साथ सब का विकास और सबका विश्वास जीता जा सके।
सब से अहम और खास यह कि इस मुलकात का दौरान मुंबई के दंगाई संगठन रज़ा अकैडमी और आजाद मैदान दंगों और हत्या का मुख्य आरोपी और मास्टर माइंड तोड़ु-ए-नागपाड़ा दो टांकी का बाहुबली भूमाफिया श्री मुईन अशरफ़ उर्फ़ बाबा बंगाली को दूर रखा गया था जानकारी में पता चला कि पीएम मोदी के साथ मुस्लिम स्कालरों के साथ हुई बैठक से दंगाई मुईन को दूर रखा गया जिसकी वजह से वह दिमागी संतुलन खो बैठा है।
यह सदमा बर्दाश्त न कर पाने की वजह से दिल्ली दंगों से पीडित और शाहीन बाग के लोगों से मुलाकात कर के यह बतोलेबाज़ी कर रहा है कि वह दंगों में होने वाले नुकसान की भरपाई करेगा हालांकि आजाद मैदान दंगों जिनको बंगाली बाबा ने अंजाम दिया उस मामले में आज भी पीड़ित परिवार को खाने के लाले पड़े हैं और बंगाली को उनकी सुध नहीं है वह बंगाली अब बतोलेबाज़ी करते नज़र आ रहा है।
चूंकि पीएम मोदी के साथ हुई इस बैठक में शामिल होने वालों की नियमानुसार हर उस व्यक्ति की तफ्सील और उनकी एक एक जानकारी पीएमओ कार्यालय तक पहुंचती है जबकि बंगाली और आजाद मैदान दंगों का इतिहास जग जाहिर है और इस के बार में पीएम मोदी ने महाराष्ट्र में चुनावी रैली के दौरान बाबा बंगाली और रज़ा अकैडमी का दंगों में क्या रोल था यह स्पष्ट किया था।
चूंकि बंगाली बाबा की करतूतों को लेकर बवाल होने के बाद बंगाली बाबा इन दिनों मारा मारा फिर रहा है उसे डर है कि उसकी असलियत जग जाहिर हो चुकी है और कहीं उसे नाप न दिया जाए इसी लिए वह इन दिनों फोटोबाजी कर स्वंयघोषित धर्मधुरंधर के रुप में पेश कर है लेकिन जनता बंगाली की असलियत जान चुकी है इसलिए इसके बहकावे मे नहीं आरही है।
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