शाहिद अंसारी
मुंबई : मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा को लेकर टाटा स्टारबक्स कंपनी द्वारा खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है। एयरपोर्ट पर मौजूद टाटा स्टारबक्स कंपनी का आउटलेट्स है जो कि टी-2 टर्मिनल लेवल 3 और 4 है जहां टाटा कंपनी के अलावा दूसरी कंपनी के कर्मचारी धड़ल्ले से काम कर रहे हैं। Bombay Leaks के हाथ लगी जानकारी में इस बात का खुलासा हुआ है कि टाटा स्टारबक्स के आउटलेट्स में काम करने वाले जयप्रकाश यदव जिनकी टाटा स्टारबक्स ने नियुक्ति नहीं की बल्कि दिल्ली की विनसन कार्पोरेट सर्विस कंपनी द्वारा उन्हें यहां नियुक्त किया गया था। जो कि एयरपोर्ट की सुरक्षा को लेकर एक बहुत बड़ा खतरा है और इसको लेकर टाटा स्टारबक्स के लोग बिल्कुल भी गंभीर नही है। इस बात को लेकर जब जय प्रकाश ने आवाज़ उठाई तो उन्हें विनसन कंपनी ने निकाल दिया। हैरान कर देने वाली बात यह है कि इस कंपनी के एयरपोर्ट पर किसी तरह के आउटलेट्स मौजूद नहीं हैं।
दरअसल टाटा के कुछ ऐसे लोग हैं जो इस नियम का उल्लघन कर के दूसरी बिचौलिया ठेकेदार कंपनी के कर्मचारियों को नियुक्त करती हैं और उनकी इस बिचौलिया कंपनी से सांठ गाठ रहती है जो कि उनके कर्माचारियों के बदले में उन्हें मलाई खिलाते हैं इसी लिए वह सुरक्षा के नियम की धज्जियां उड़ाते हैं। छानबीन में यह भी पता चला है कि मात्र टाटा ही नहीं और भी कई कंपनियों के आउटलेट्स में इसी तरही की बिचौलिया कंपनी के कर्मचारी नियुक्त किए जाते हैं जिनसे एयरपोर्ट सुरक्षा को लेकर बड़ा खतरा है टाटा के अलावा पेबैक ऐप्स कंपनी के भी कर्मचारी एयरपोर्ट के अंदर मौजूद रहते हैं जो कि इसी कंपनी द्वारा नियुक्त किए गए हैं।
हमने बिचौलिया और ठेकादार कंपनी विनसन के डायरेक्टर श्री भगवान से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि आपको जो लिखना है लिख सकते हैं ऐसा कोई नियम नहीं है जिसमें हम हमारे कर्मचारी एयरपोर्ट पर नियुक्त नहीं किए सकते। जबकि टाटा स्टारबक्स के डायरेक्टर पार्टनर रिसोर्सेस नवीन कुमार से जब बात की तो उन्होंने कहा कि इस तरह के नियम का उल्लघन नहीं किया गया और वह इसके ले जवाब देह वह नहीं हैं।
सुरक्षा को लेकर बनाए गए नियम के अनुसार BCAS ( Bureau of Civil Aviation Security ) द्वारा दिए गए आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि टाट स्टारबक्स कंपनी के इस आउटलेट्स में काम करने वाले सारे कर्मचारी टाटा स्टारबक्स के द्वारा नियुक्त किए गए कर्मचारी होना चाहिए है उसके साथ साथ उन कर्मचारियों का पूरा अगला पिछला रिकार्ड भी रखना और उनके चरित्र के भी जांच करना जरूरी है। BCAS ने अपने आदेश और हिदायत में यह भी कहा है कि इन जगहों पर काम करने वाले लोग किसी दूसरे ठेकेदार कंपनी के माध्यम से चयन किए गए कर्मचारियों को यहां नियुक्त नहीं कर सकती। हमने बीसीएएस के रिजनल डायरेक्टर मुंबई पी.यू मथाई से जब इस बारे मे बात की तो उन्होंने कहा कि इस तरह के नियम की जानकारी उन्हें है और इस तरह अगर कोई कर हा है तो सब स पहले हम इसकी छानबीन करेंगे उसके बाद इस पर कार्रवाई करेंगे।
एयरपोर्ट पर इस तरह के सख्त निमय और कानूनी बनाने का मकसद ही यही होता है कि एयरपोर्ट बहुत ही संवेददनशील जगह है और सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार से कोई खिलवाड़ न कर सके क्योंकि मुंबई एयरपोर्ट हमेशा आतंकियों के टार्गेट पर रहा है इस लिए सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार से कोई चूक न हो इस लिए कड़े कानून बनाए गए हैं लेकिन उनका पालन करने वाले बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। ऐसे मे यह अहम सवाल यह उठता है कि इस मामले को लेकर आखिर BCAS जागरुक क्यों नहीं है क्योंकि इन सारे कर्मचारियों को BCAS की ओर से ही गेट पास/ आईकार्ड जारी किए जाते हैं।
सुरक्षा को लेकर BCAS द्वारा दिए गए निर्देष की कॉपी
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