कौशाम्बी : कल सराय आकिल थाना क्षेत्र में पुराना खोंपा गांव में 55 वर्षी दलित महिला के हत्या के मामले में जिन लोगों ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी पुलिस ने उन्हें ही इस हत्या के आरोप मे गिरफ्तार किया है गिरफ्तार आरोपियों के नाम साधू, हरिश्चंद्र, मूलचंद, शिवबली, और महफूज़ अहमद है आरोपियों के पास से पुलिस ने अवैध कट्टा और और एक लाएसेंसी बंदूक के साथ जिंदा कारतूस भी बरामद किया है साथ में आरोपियों ने कत्ल की वारदात को अंजाम देते समय जो कपड़े पहने हुए कपड़ों को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। मामले में जानकारी देते हुए कौशाम्बी एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया है कि आपसी रंजिश और ज़मीन के विवाद के चलते साथ में महफूज़ के पिता की हत्या के चश्मदीदों को फंसाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया गया है।
याद रहे कल वारदात की जानकारी जैसे ही सराए आकिल थाना को मिली उन्होंने जाए वारदात पर पहुंच कर लाश को अपने कब्ज़े मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया उस दौरान सारे आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए महफूज़ अहमद के बहनोई शफीक मास्टर और शुऐब के खिलाफ़ इस हत्या की साज़िश को अंजाम देने के जुर्म में मामला दर्ज करा दिया जिसके बाद पुलिस उनसे तफ्तीश कर रही थी लेकिन आरोपियों की बयान के बाद पुलिस को शक हुआ और मामले को लेकर स्पेशल टीम ने जब आरोपियों से पूछ ताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कुबूल कर लिया।
इस वारदातके पहले ही इसी महिला को बतौर मोहरा इस्तेमाल करते हे महफूज़ ने शफीक मास्टर के घर पर कब्ज़ा करने के लिए भेजा था जिसके बाद उन्होंने सराय आकिल थाने में लिखित रुप से शिकायत दर्ज कराई थी आरोपी महफूज ने इसी बात का फाएदा उठाते हुए उसी महिला की हत्या की साज़िश रची और दूसरे सहयोगी आरोपियों से उनको जाए वारदात पर देखे जाने का झूटा बयान भी दिलवाया ताकि इस हत्या कांड मे वह फंस जाऐं और जिस प्रॉप्रटी को लेकर विवाद चल रह है वह प्रॉपर्टी पर वह कब्ज़ा कर लें।
मृत्तक मंदा कई सालो से अपने पती से अलग हो कर अपने माइके मे रहती थी उसके पास कोई संपत्ती नहीं थी जिसकी वजह से वह महफूज़ के घर में काम करती थी इसलिए महफूज़ ने उसे ढाल बना कर दूसरों को फंसाने की कोशिश की लेकिन जांच मे जब सब कुछ साफ़ हो गया तो वह खुद अपने ही जाल मे फंस गया।
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