शाहिद अंसारी
मुंबई : बोनी कपूर के ऊपर एक और संकट का बादल मंडला रहा है क्योंकि साल 2001 के करोड़ों रूपए के घपले में बोनी कपूर का नाम सामने आया है जिसके बाद MPID कोर्ट ने ( Maharashtra Protection of Interest of Depositors Act (MPID), 1999 ) उन्हें यह भरपाई करने के लिए कहा है लेकिन साल भर बीत जाने के बाद भी उन्होंने उस घपले की अब तक भरपाई नहीं की है। जिस पर अब कोर्ट उनके खिलाफ़ सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी कर सकती है।
मामला 2001 का है जब मुंबई EOW के द्वारा अजय ठक्कर और ठक्कर फैमिली के खिलाफ़ सैकड़ों निवेशकों के करोड़ों रूपए का घपला करने का मामला दर्ज किया गया था। ठक्कर फैमिली की बुक्स आफ अकाउंट में यह बात पता चली की बोनी कपूर की कंपनी नरसिम्हा इंटरप्राइजेज में ठक्कर फैमिली ने 31 लाख रुपए ट्रांस्फर किए थे जबकि बोनी कपूर की कंपनी में यह 29 लाख की एंट्री दिखाई गई। इस बात को लेकर पिछले साल 22 मार्च 2017 को MPID कोर्ट ने बोनी कपूर को यह आदेश दिया कि वह 29 लाख की रक़म ब्याज़ के साथ वापस करें लेकिन साल भर बीत जाने के बाद भी बोनी कपूर ने वह पैसे वापस नहीं किए। साल 2001 में अजय ठक्कर ने 585900000 रूपए का चूना लगाया था और इसमें निवेश करने वाले कुल 915 लोग थे। इस मामला में जांच एजेंसी मुंबई EOW ने मात्र 5 करोड़ रूपए ही अब तक रिकवर कर पाए।
अजय ठककर ने लोगों से करोड़ों रूपए निवेश कराए थे और वह पैसे उसने फिल्म इंडस्ट्री और कार्पोरेट सेक्टर में लगाए थे लेकिन बाद में वह निवेशकों के पैसे वापस करने में नाकाम रहा मुंबई EOW ने अपनी छानबीन में पाया था कि लगभग 51 करोड़ का घपला हुआ है और यह सीधे सीधे निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की गई है। मामला दर्ज होने के बाद छानबीन चली और कुछ दिनों बाद अजय ठक्कर की मौत गुजरात में हो गई उसके बाद से ही जांच एजेंसियों ने उसके द्वारा बनाई गई प्रापर्टी को खंगालने की कोशिश की गई ताकि निवेशकों के पैसे वापस किए जा सके लेकिन 51 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले अजय ठक्कर मामले में मुंबई EOW ने मात्र 5 करोड़ ही बरामद कर पाए।
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One Comment
Ibrahim adam
What I have to say this is the very small other than PNB & other government under taking banks.let’s we pray BOMBAY MERCANTILE GOT AGA KHAN AS LIKE DCB BANK HAVE.