शाहिद अंसारी
मुंबई: मुंबई के भाईखला जेल में कैदी मंजुला की हत्या के बाद जेल अधिकारी स्वाती साठे ने महाराष्ट्र कारागृह नाम के व्हाट्सप ग्रुप पर हत्यारे जेलकर्मियों की सहायता करने की गुहार लगाई थी जिसके बाद सब से पहले Bombay Leaks ने इस ख़बर प्रकाशित किया था।और इस वजह से स्वाती साठे ने अपना नाम उस हत्या की जांच से वापस ले लिया क्योंकि इसके बाद लोगों का विरोध किया कि जो अधिकारी हत्यारों का समर्थन करता है या करती है वह भला उस मामले की जांच सही तरीके से कैसे कर सकती है।साठे के द्वारा शेट्टे के विरोध और हत्यारों के समर्थन की यह ख़बर जंगल की आग तरह हर जगह फैल गई जिसके बाद उन पर कार्रवाई कर उन्हें इस जांच से हटाना तय था लेकिन उससे पहले उन्होंने खुद ही जेल डीजी को पत्र लिखकर मामले की जांच से किनाराकशी कर ली।अब इस मामले की जांच आईजी जेल राजवर्धन सिन्हा करेंगे जिन्होंने मंजुला की मौत का कारण हार्टअटैक बताया था।
महाराष्ट्र कारागृह नाम के व्हाट्सप ग्रुप पर इस तरह से हत्यारों को समर्थन करने की अपील को को लकेर थाने जेल के सस्पेंडेड जेलर हीरालाल जाधव ने राज्य सरकार से शिकायत करते हुए साठे के खिलाफ़ कार्रवाई की मांग की थी।अब जब इस मामले से खुद ही साठे ने किनाराकशी करली तो देखने वाली बात यह होगी की व्हाट्सप ग्रुप पर हत्यारो का समर्थन करने पर उनके खिलाफ़ क्या कार्रवाई होती है।
ध्यान रहे जेल मे हुई हत्या को लेकर भी सब से पहले Bombay Leaks ने इस ख़बर प्रकाशित की थी हालांकि उससे पहले जेल प्रशासन और नागपाड़ा पुलिस इस हत्या पर पर्दा डालने की कोशिश की थी लेकिन ख़बर प्रकाशित किए जाने और जेल में जेल प्रशासन और हत्या को लेकर हुए प्रदर्शन की ख़बर Bombay Leaks के यूट्यूब चैनल पर प्रकाशित की गई जिसके बाद जेल प्रशासन और नागपाड़ा पुलिस थाना मामले को छुपाने में नाकाम साबित हुआ और जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई।
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