मुंबई : बाबा बंगाली की दुकान बंद हो गई यह बात समाजवादी पार्टी के विधायक अबु आसिम आज़मी ने उस समय कही जब राज्य भर के उल्मा और मुस्लिम स्कॉलर के साथ राज्य के मुख्य मंत्री ऊधव ठाकरे एनआरसी और सीएए को लेकर चर्चा कर रहे थे।इस चर्चा में राज्य के मुख्यमंत्री ने उल्माओं के माध्यम से राज्य की जनता से अपील की है कि वह इस कानून को लेकर बिल्कुल भी न घबराऐं सरकार उनके साथ है।
लकिन हैरानी की बात है कि आज़ाद मैदान दंगे और हत्या का मुख्य आरोपी तथाकथित धर्म धुरंधर भूमाफिया दो टांकी का बाहुबली नथानी बिल्डर का पंटर श्री मुईन अशरफ़ उर्फ़ बाबा बंगाली इस मीटिंग मे नहीं बुलाया गया जिसके बाद बागाली बाबा पूरी तरहसे पगलाया हुआ है हालांकि कि बंगाली बाबा जिस अफसर के दम पर पिछले कई सालों से उछल कूद और गुंडई करता था वह अफसर भी इस मीटिंग में मौजूद थे लेकिन बंगाली का दूर दूर तक कोई अता पता नहीं था।
बंगाली बाबा की आज़ाद मैदान दंगों की कुंडली
दर असल हर उदय का अस्त होता है यह कहावत आज देखने को मिली क्योंकि कभी बंगाली बाबा खुद को मुसलमानों का ठेकेदार कहते फिरता था और इसी ड़ से वह जम कर झोल झाल , बिल्डरों की मांडवाली पुलिस वालो के नाम पर झोलझाल और गुंडई की लेकिन आज बंगाली बाबा की सारी गुंडई में घन लगते नज़र आ रहा है हैरानी की बात जिस ज़मीन पर हाथ मारा उस मामले में भी केस हार गया कोर्ट में मानहानि का दावा भी सके खिलाफ़ चल रहा है ऐसे हालात मे बंगाली पूरी तरह से डरा सहमा और अपने वजूद को बचाते नज़र आरहा है क्योंकि यही वह बंगाली बाबा है जिसने आजाद मैदान दंगे मे जम कर आतंक मचाया और बाद में गिरफ्तारी के डर से भाग खड़ा हुआ और बाद में बेगुनाहों की गिरफ्तारी करवा कर खुद को किनारे कर लिया लेकिन बंगाली का पाप का अंत अब तक खत्म नहीं हुआ क्योंकि वह अभी भी आज़ाद मैदान दंगों का भगोड़ा आरोपी नंबर 7 है।
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