शाहिद अंसारी
मुंबई : टेक्नालॉजी इस दौर में अगर कोई बिना पास्पोर्ट बिना फ्लाइट के ही 35 देशों की यात्रा कर बैठा हो तो आपके लिए यह बात चौंकानी वाली हो सकती है लेकिन यह सत्य है यह चमत्कार मुंबई पुलिस के एक पुलिस वाले ने किया है। ऐसा हीं बल्कि पंकजा मुंडे की फेसबुक पोस्ट कह रही है।
विश्वास हमें भी नहीं हो रहा है लेकिन फेसबुक पर मौजूद एक पोस्ट और उसमें पंकजा मुंडे के द्वारा सम्मानित किए जाने वाले मुंबई पुलिस के पुलिसकर्मी जिनका नाम सुभाष दगड़खेर है जो अपनी चापलूस सी सूरत बनाए फोटो में पंकजा मुंडे से एवार्ड लेते नज़र रहे हैं। उसमें लिखे कैप्शन की फेकम फाक से यह पता चला है कि जादू दिखाने के लिए सुभाष दगड़खैर ने 35 देशों की यात्रा की है और 7 देशों के राष्ट्रपति ने इन्हें सम्मानित किया है। फेकम फाक की हद यहीं नहीं खत्म हुई बल्कि 2 हाथ और आगे बढ़ते हुए उन्होंने यह भी फेक दिया कि दगड़खेर ने 26/11 आतंकी हमलों में एनएसजी कमांडो के साथ आतंकियों से मुकाबला किया जिसके बदले में उन्हें राष्ट्रपति एवार्ड से सम्मानित किया गया। यह बिल्कुल वैसे ही हो गया जैसे सोसल साइट पर फोटोशॉप के ज़रिए नरेंद्र मोदी को भगत सिंह के साथ जेल में मुलाकात का छण दिखाया गया।
सोशलसाइट पर की गई फेकम फाक का लिंक देखेने के लिए फोटो पर क्लिक करें।
हालांकि एनएसजी कमांडो के द्वारा 26/11 आतंकी हमलों में क्या कार्रवाई हुई है वह जग जाहिर है और यह भी लोगों ने देखा कि उस कार्रवाई में उन्होंने अपनी जान की बाज़ी लगा दी कई एनएसजी कमांडो शहीद हुए जबकि मुंबई पुलिस के कई जाबांज अफसर भी शहीद हो गए। लेकिन इस आतंकी हमले में दगड़खैर जैसे जुगाड़ू और चापलूसी करने वाले पुलिस वाले जिसका कोई लेना देना नहीं और दूर दूर तक कोई अता पता नहीं उसने बड़े ही शातिर तरीके से अपने आपको एनएसजी कमांडो के साथ आतंकियों का मुकाबला करने की मनगढ़त कहानी बना कर न केवल वाहवाही लूटी बल्कि राष्ट्रपति मैडल भी हासलि कर लिया।
सोशल एक्टिविस्ट शौकत बेडगिरी ने कहा कि विभाग में मौजूद ऐसे लोग जो कि विभाग के लिए नासूर हैं इस तरह के लोगों के खिलाफ़ जो मनगढ़त कहानी बना कर राष्ट्रपति एवार्ड हासिल कर लेते हैं और वास्तव में जो लोग इसके हकदार होते हैं वह इस तरह के चापलूस और चाटूकार लोगों की वजह से इस एवार्ड से वंचित से जाते हैं। 26/11 में जिस व्यक्ति का कोई लेना देना नहीं वह अगर अपने आपको 26/11 का हीरो बताकर एवार्ड हासिल करता है तो यह शर्म की बात है और उन शहीदों को अपमानित करने जैसा है जिन्होंने इस आतंकी हमलों में अपनी जान की बाज़ी लगा कर मुंबई को आतंकियों से बचाया है।
बेडगिरी ने कहा कि विभाग को इसका पास्पोर्ट चेक करना चाहिए अगर वाकई इस फेकम फाक ने 35 देशों की यात्रा की है तो पास्पोर्ट पर उसका ठप्पा लगा है या नहीं ? साथ में यह पता लगाने की ज़रूरत है कि क्या यह 35 देशों में जादू दिखाने के नाम पर अवैध यात्राएं की है ? और अगर इसने यह यात्रा जादू के माध्यम से की है तो यह पता लगानेकी ज़रुरत है कि आखिर आज के दौर में ऐसा कौन सा जादू है जिसकी वजह से बिना पास्पोर्ट बिना वीज़ा बिना फ्लाइट के कोई भी 35 देशों की यात्रा कैसे कर सकता है ? साथ में इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि 26/11 के दौरान मनगढ़त कहानी बनाने वाले दगड़खैर के ज़रिए जो गढ़ी गई है उसमें और कौन कौन से अधिकारियों का हथ है जिन्होंने इसे राष्ट्रपति एवार्ड दिलाने में इसकी मनगढ़त कहानी पर अपनी प्रामणिकता पर मुहर लगाई है।
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