शाहिद अंसारी
मुबंई: लालबाग में महिला पुलिस कर्मियों के वहशीपन का वीडियो सामने ने के बाद राज्य सरकार ने भी कड़ा रुख अपनाया जिसको लेकर दो महिला पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करदिया गया।पुलिस वालो के जरिए अपनी सफाई में जारी किए गई दूसरी वीडियो यह दिखाई दे रहा है कि पीडित महिला पुलिस ने पुलिस बैरिकेट पर लात मारा है।लेकिन उसी वीडियो को आप ध्यान से देखें।इस वीडियो में जिसे खुद पुलिस ने अपनी सफाई देने के लिए जारी किया है इसमे दिखाया गया है।पीडित महिला के साथ जो शख्स है से पुलसि पकड कर खींच रही है पीडित महिला के साथ जो महिला है उसे भी पुलिस खींचते हुए अंदर लारही है महिला के बाल भी खुले हुए हैं जिस तरह से पुलिस महिला को खींचते हुए अंदर लारही है वह खुद सीसीटीवी में दिखाई देरहा है मात्र ग्यारह सिंकड की इस वीडियो के जरिए मुंबई पुलिस खुद दूध का धुला जाहिर कर सारा इल्जाम पीडिता के सर पर डालने की अभी भी नाकाम कोशिश करहही है।11 सिंकंड के बाद इस वीडियो में यह भी रिकार्ड है कि अब बस करो।क्योंकि इसके बाद मुंबई पुलिस की इन महिलाओं की दरिंदगी की सीसीटीवी रिकार्डिंग लोगों के सामने आजाएगी जो कि पहले ही मोबाइल से की जाचुकी है और वह वायरल होगई।जिसके बाद राज्य सरकार नें इस पर कडा रुख अपनाया और इस पर जांच बिठा दी गई प्राथमिक जांच के बाद दो महिला पुलिस कर्मियों को सस्पेंड भी किया गया।
ऐसे मे सवाल यह उठता है कि आखिर मुंबई पुलिस इस ग्यारह सिंकड की वीडियो से क्या दिखाने की कोशिश करही है कि पीडिता नें बैरिकेट पर लात मारा उसके बाद पुलिस ने उस पर लात जूतों की बारिश कर कानूनी कार्रवाई पूरी की।लेकिन सच्चाई यह कि पीडिता की इस हरकत से पहले उसके परिवार को सरेआम जलील किया गया जिसके बाद पीडिता ने इस तरह बैरिकेट पर लात मारकर गुस्सा दिखाया।लेकिन कानून के रखवालों को किसनें इजाजत दी कि इस तरह से करने वालों को सरेआम गुंडों की तरह पीटकर पुलिस थाने लेजाकर भी पीटा गया।और पुलसि थाने में मौजूद पुलिस कर्मी नापुंसकों की तरह तमाशाई बने रहे।और वीडियो वायरल होने पर कहदिया कि पीडिता दिमागी तौर से कमजोर है।वीडियों देखने के बाद मुबंई पुलिस की इन महिलाओं जो हरकत की वह शर्मनाक है।इस मामले को लेकर जांच करर रहै जोनल डीसीप अशोक दुधे ने कहा कि अभी मामले की जांच चल रही है।
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