शाहिद अंसारी
मुंबई : शरफ़ अली मामूजी चाल में हांडीवाल मस्जिद के इमाम मौलाना एजाज़ कश्मीरी के ज़रिए रविवार को सैफी जुबली स्ट्रीट बोरी मोहल्ला में मौजूद मस्तानी मां दरगाह का ताला खोल कर अपने लाव लश्कर के साथ दाखिल होकर उसे अपने कब्ज़े में लेने की बात सामने आई है।इस बात को देख दरगाह पर फिलहाल जिसका अधिकार है यानी शरफ़ अली मामूजी चाल के देख रेख करने वाले जिनके पुर्वजों की दरगाह है उन्होंने मौलाना एजाज़ कश्मीरी के खिलाफ़ जेजे मार्ग पुलिस थाने में लिखित रूप से शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायतकर्ता शेख अशरफ़ फिरोज़ ने बात करते हुए बताया कि यह दरगाह उनके पुर्वजों की है और मामला उनके और एसबीयूटी के बीच कोर्ट में चल रहा था और कोर्ट के आदेश के बाद उन्होंने एसबीयूटी को हैंड ओवर कर दिया।अब जल्द ही उनके और एसबीयूटी के बीच एक हलफ़नामा बनेगा जिसमें यह तय किया जाएगा कि दरगाह उनके परिवार वालों के लिए कब और कितने बजे खोली जाएगी ताकि वह जियारत कर सकें।इस बात को लेकर एसबीयूटी ने कोर्ट में हलफ़नामा भी दाखिल किया है और मौखिक रूप से बातचीत भी की है।
दरगाह को लेकर मौलाना एजाज़ कश्मीरी ने आज जुमा की नमाज़ के दौरान यह एलान किया है कि रविवार को वह जनता के साथ दरगाह का ताला तोड़ कर अंदर दाखिल होंगे।Bombay Leaks से बात करते हुए मौलाना कश्मीरी ने कहा कि रविवार को हम सब लोग वहां का ताला खोल कर अंदर धुसेंगे और वहां पर फातेहा दरूद पढेंगे।उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि उनकी क्या शिकायत स्थानी पुलिस थाने में की गई है।
इस बारे में जेजे मार्ग पुलिस थाने के सीनियर पीआई शीरीष गायकवाड़ ने कहा किसी को भी किसी भी जगह पर गैर कानूनी तरीके से नहीं दाखिल होने देंगे हम वहां पूरी तरह से बंदोबस्त करेंगें ताकि माहौल न खराब हो सके।अब ऐसे में देखने वाली बात यह होगी की मौलाना कश्मीरी को इस दरगाह में दाखिल होने से पुलिस रोक पाती है या नहीं ?
मस्तानी मां दरगाह तकरीबन 300 साल पुरानी है और यह शरफ़ अली मामू जी चाल के अंदर है जो कि वक्फ़ बोर्ड के अंतर्गत आती है।
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