मुंबई:कल मुंबई ऐंटी करप्शन ब्यूरो ने एम.एच.बी पुलिस थाने के सीनियर पीआई सुभाष चौहान को तीन लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ़्तार किया था।इस गिरफ़्तारी के बाद से ही मुंबई ACB की टीम ने सुभाष चौहान के मरोल स्थित पुलिस कॉलोनी के घर में भी तलाशी ली जिसके बाद उनके हाथ विदेशी शराब की ढेर सारी बोतलें और एक डायरी भी बरामद की।इस डायरी में उन लोगों के नाम और तफ़सील है जिनसे सुभाष चौहान रिश्वत और हफ्ते वसूलता है।इस डायरी के मिलने के बाद यह साफ़ होगया है की आरोपी सुभाष चौहान का वसूली और रिश्वत खोरी का नेटवर्क काफी बड़ा था जो मुंबई पुलिस में रहकर रिश्वत और वसूली के पैसे से अपनी तिजोरी भरता था ताकि रिटायर होने के बाद वो उन पैसों से ऐश कर सके।
दरअसल आरोपी सुभाष चौहान को रिटाएर होने में केवल तीन महीने ही बाक़ी थे इसलिए वह जैसे जैसे दिन करीब आरहे थे शिकायतकर्ता से रिश्वत की रक़म की ज्यादा मांग करने लगा।यह रक़म इसलिए तलब कीा जाती थी ताकि वहां शिकायतकर्ता की शुटिंग के दौरान पुलिस जांच के नाम पर परेशान ना करे।हालांकि लंबे समय से शिकायतकर्ता से रक़म की वसूली जारी थी लेकिन जब रिश्वत खोरी की और वसूली की सीमा पार होगई और सोने का अंडा देने वाली मुर्गी को ही सीनियर पीआई ने काटने की कोशिश की तो मामला ACB तक जा पहुंचा और जो सीनियर पीआई रिटाएर होने से पहले करोडों रूपए जमां करने के सपने देख कर रिश्ववत और वसूली के बाज़ार गरम कर रहा था उसे ख़ाकी ने ही हवालात पहुंचा दिया।ACB अभी भी इस मामले में छानबीन कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है की रिश्वत और वसूली में जमा की गई रक़म आरोपी ने कहा छुपा रखी है।
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