शाहिद अंसारी
मुंबई : कल एंटेलिया को लेकर मुंबई हाईकोर्ट में सुनवाई हुई जिसमें महाराष्ट्र वक्फ़ बोर्ड पिछले 11 सालों से इस को लेकर किसी तरह का जवाब न देते हुए चुप्पी साधे हुआ था। उस मामले में वक्फ़ बोर्ड ने अपना हलफनामा दाखिल करते हुए रिलाइंस के पक्ष में खड़े दिखाई दिए। इस मामले में जवाब न देना और चुप्पी साधने को लेकर एडोकेट डा सय्यद एजाज़ अब्बास ने दखल देते हुए महाराष्ट्र वक्फ़ बोर्ड पर चढ़ाई की थी। उसके बावजूद महाराष्ट्र वक्फ़ बोर्ड ने अपना जवाब दाखिल नही किया तो वक्फ़ बोर्ड के सदस्य आसिफ़ कुरैशी ने और वक्फ काउंसिल के सदस्य हामिद इंजीनियर से बात कर के इस मुहिम को आगे बढ़ाया। इस लेट लतीफी के खिलाफ़ महाराष्ट्र वक्फ़ बोर्ड और सीइओ तड़वी के खिलाफ़ कोर्ट की अवमानना करने की शिकायत की गई थी। अवमानना की कार्रवाई के डर से कल महाराष्ट्र वक्फ़ बोर्ड ने एक जवाब दाखिल किया जिसमें एंटीलिया के वक्फ़ की प्राप्रर्टी होने के सुबूतों को छुपाया गया। तमाम अदालती कार्रवाई के दौरान और कार्रवाई के बाद वक्फ़ बोर्ड के सीइओ तड़वी और और उनके वकील आर ए मोमिन रिलाइंस के एंटेलिया के पक्ष में खड़े दिखाई दिए। कोर्ट में मौजूद शिकायतकर्ता ने जब जवाब की कापी मांगी तो तड़वी और उनके वकील कोर्ट से भाग खड़े हुए।
इस बारे में एडोकेट डा. सय्यद एजाज़ अब्बास ने Bombay Leaks से बात करते हुए कहा कि जवाब की कापी न देने के सिलसिले में वक्फ़ बोर्ड का रवय्या गुमराह करने वाला है। यह वक्फ़ के चोर के जैसा दिखा। यही नहीं वक्फ़ के वकील का रवय्या लगातार संदेह के घेरे में रहा है। इस बात को लेकर एडोकेट डा सय्यद एजाज़ अब्बास ने महाराष्ट्र सरकार को शिकायत करते हुए इस बात की मांग की है कि तड़वी को तुरंत निलंबित किया जाए क्योंकि इस केस के अलावा भी वह एक ही विभाग मे 10 साल से कैसे रह सकते हैं। रही बात हलफ़नामा की कापी छुपाने की तो एडोकेट हाजी आर ए मोमिन का रवय्या भी शक के घेरे में आ रहा है। उन्होंने इस बारे में जब चेयरमैन एमएम शेख से बात की तो उन्होंने कहा कि हलफनामा हमें भी नहीं दिखाया गया है इस हलफनामे को छुपाने का मकसद क्या है यह समझ में नहीं आ रहा है इसलिए दाल में ज़रूर कुछ काला है। शेख ने उन्होंने एजाज़ अब्बास की बात को लेकर कहा कि महाराष्ट्र वक्फ़ बोर्ड की तरफ़ से एंटेलिया के खिलाफ़ किसी वरिष्ठ वकील को खड़ा किया जाएगा और यह आश्वासन दिया की लेट लतीफी और लापरवाही को लेकर एडोकेट आर ए मोमिन की जल्द ही छुट्टी कर दी जाएगा।हालाकिं इन सब बातों को लेकर इनफोर्समेंट डायरेक्ट्रेट , महाराष्ट्र सरकार से अलग से जांच कराने की मांग की जा रही है और सेंट्रल वक्फ़ काउँसिल की नेशनल वक्फ़ एडज्युडिकेशन में सुनवाई के लिए भेजा गया है।
सेंट्रल वक्फ़ कॉउंसिल के सदस्य इंजीनियर हामिद ने कहा कि सब से पहले की वक्फ़ बोर्ड के सीइओ संदेश तड़वी इस विभाग में 10 साल से कैसे है उसकी जांच कर उसे सस्पेंड किया जाना चाहिए और अगर वह रिलाएंस के पक्ष में अपना हलफनामा दाखिल कर के यह कहने की कोशिश कर रहे हैं कि एंटेलिया वक्फ़ की प्राप्रर्टी नहीं है तो यह समझना होगा की पॉलिटिकल प्रेशर जबरदस्त है। क्योंकि महाराष्ट्र सरकार की रिपोर्ट से ही पत चला कि यह जगह वक्फ़ की ही और इतने दिनों से मामला चल रहा है तकरीबन 16 लाख रूपए रिलाइंस की ओर से जो इसके लिए ट्रास्फर किए गए वह किस लिए था। तड़वी 10 साल से इस विभाग में है और यह उस समय से ही इन सब मामलों में शामिल है। तड़वी समेत एंटेलिया के साथ साथ वक्फ़ बोर्ड की उन सब जगहों की सीबीआई जांच हो तो दूध का दूध और पानी का पानी अलग हो जाएगा और यह भी पता चल जाएगा कि तड़वी जैसे निकम्मे और कितने भ्रष्ट अधिकारी विभागा मे मौजूद हैं। हामिद इंजीनियर ने हाईकोर्ट के जज जिनके समक्ष यह मामला है वह 4 दिसंबर 2017 को रिटाएर हो रही हैं और मामला 4500 करोड़ का है जो कि पिछले 10 साल से रुका हुआ है इसलिए हम चाहते हैं कि मामले की जांच सीबीआई के सुपर्द की जाए ।
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