शाहिद अंसारी
औरंगाबाद : महाराष्ट्र के औरंगाबाद पुलिस रेंज में आने वाले गावों के हर गांव के लिए एक कॉंस्टेबल की नियुक्ति कर उनके सुपुर्द कर दिया गया है अब जनता की समस्या को लेकर गांव में ही मौजूद पुलिस कांस्टेबल ही पुलिस ऑफ़ीसर बन कर उनकी समस्याओं को सुलझाऐंगे।ऐसी जानकारी औरंगाबाद रेंज के स्पेशल आईजी मिलिंद भारंबे ने Bombay leaks को दी है।
One Village One Constable इस स्कीम को लागू करने के लिए यानी एक गांव एक कॉंस्टेबल के हवाले कर दिया गया है और उसके लिए अब उन्हें पुलिस कॉंस्टेबल के नाम से नहीं बल्कि उन्ही आदरपूर्वक पुलिस कॉंस्टेबल साहेब / पुलिस ऑफिसर ऐसे बुलाया जाएगा।सारे कॉंस्टेबल ऑफ़ीसर का मनोबल बढ़ाने के लिए / उनकी बॉडी लैंग्वेज सुधारने के लिए उन्हें हाजिरी के दौरान किसी भी विषय पर 5 मिनट बोलने का समय दिया जाएगा ताकि वह अपने आपको इस योग्य बना सकें कि और गांव की जनता के सामने खुद को बेहतर तरीके से पेश कर सकें।इसके साथ साथ उन्हें अपनी जेब में नियम,कानून की डायरी भी रखनी होगी ताकि छोटे छोटे मामलों का वह वहीं गांव में ही रहकर निपटारा कर सकें।उन्हें स्थानी भाषा,कंप्युटर की जानकारी, अंग्रेज़ी भाषा में बात चीत,गाड़ी चलाने और तैराकी की ट्रेनिगं दी जाएगी।कॉंस्टेबल ऑफ़ीसर गांव के लोगों के बीच ऐसा तालमेल बना के रखेंगे जिसकी वजह से उनके यहां घरेलू प्रोग्राम,शादी में वह बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेंगे और उनकी समस्याओं को समझेंगे।पुलिस परेड के दौरान प्लाटून कमांडर के तौर पर उनकी नियुक्ति कि जाए ताकि उनके आदेश और उनके कंट्रोल करने की ताकत मैं इजाफा हो।
कॉंस्टेबल ऑफ़ीसर को यह जानकारियां रखनी होगी
गांव के मज़दूर , प्रधान , तलाठी , ग्राम सेवक , किसान सहायक , ग्राम पंचायत सदस्य , सरकारी कर्मचारी , इन सब के संपर्क में रहते हुए उनके नाम और पते यह सब जानकारी रखनी होगी।महात्मा गांधी तंटामुक्ती समीती के अध्यक्ष और उनके सदस्यों के नाम और पते, वरिष्ठ नागरिक और मशहूर लोग हैं उनके नाम और जानकारियां।जिसके पास 4 पहिया वाहन हो उनके नाम पते और उनकी जानकारी जो शैक्षणिक स्थल है उनमें सरकारी और गैर सरकारी स्थल उनके सारे अध्यापक और उनके निर्देषकों के नाम और नंबर अपने पास रखने होंगे।कारोबरियों में साना चांदी और कपड़े का व्यापार करने वालों की पूरी तफ्सील रखनी होगी।बैंक के मैनेजर और उनके वरिष्ठ अधिकारियों की भी जानकारी रखनी होगी।सभी सरकारी कार्यालय सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त लाएसेंस धारकों की तफ्सील , गांव के तड़ीपार गुंडों के नाम पते और पूरी जानकारी रखनी होगी।मंदिर मस्जिद और पूज्य स्थलों की पूरी जानकारी, हमेशा दंगे और फसाद करने वालो के बारे में पूरी जानकारी, जो लोग समाज में अशांति फैलाते हैं उनकी जानकारी कंप्युटर ट्रेनिंग सेंटर, साइबर कैफे , जेराक्स सेंटर इन सब की तफ्साली , छोटे बड़े कारखाने आटा चक्की और अन्य धंधे के मालिकों की पूरी तफ्सील , विभ्न्न राजनीतिक पार्टियों के नेता और उनके पदाधिकारियों की जानकारी और तफ्सील , समाजिक ,राजनीतिक ,जाति संग्ठन की तफ्सील , जानवरों के व्यापार करने वाले और गऊ रक्षकों की जानकारी, अवैध कतल खाने चलाने वाले उनका विरोध करने वाले और उनकी मदद करने वालों की पूरी जानकारी ,साप्ताहिक बाजार में व्यापार करने वालो की जानकारी , महिला बचत गुट की पूरी जानकारी, अवैध शराब बेचने वाले खरीदने वाले , जुआ के अड्डे चलाने वाले और जुआ खेलने वालों की पूरी जानकारी, वेश्यावृत्ति करने वालों की पूरी जानकारी, समलैंगिक अपराध करने वालो की जानकारी , होटल रेस्टारेंट, बियरबार, परमिट रूम बियर शाप ढाबा के मालिक और उसे चलाने वालों की जानकारी रखनी होगी।
क्या काम करने होंगे कॉंस्टेबल ऑफीसर को
जब कॉंस्टेबल ऑफ़ीसर गांव मे जाऐंगे तो उस दौरान उन्हें एक रजिस्टर में सारी जानकारी लिखनी होगी। गांव के मज़दूर , प्रधान, तलाठी, ग्राम सेवक, किसान सहायक, ग्राम पंचायत सदस्य, सरकारी कर्मचारी, महात्मा गांधी तंटामुक्ती समीती के अध्यक्ष और उनके सदस्यों से मिलकर गांव में जो झगड़े होते है उनकी जानकारी रखनी होगी।उन्हें प्राथमिक स्वास्थ केंद्रे प्राइवेट हॉस्पिटल और आशा वर्कर इन सब से संवाद कर के वर्तमान हालात का जायजा लेना होगा।इसके पहले जो घटनाऐं हुई हैं उनकी पूरी जानकारी रखनी होगी , गांव मे जो बैंक है क्रेडिट सोसायटी , कानूनी और गैर कानूनी व्यवाहार करने वालों की जानकारी रखनी होगी , गांव में स्कूल , कॉलेज , आश्रम शाला यहां के क्षात्रों से मिलकर छेड़छाड़ की घटनाओँ की जानकारी रखनी होगी।विधवा , पति द्वारा छोड़ी गई महिलाऐं , बेघर और अनाथ लोगों से मिलकर उनकी समस्या की जानकारी रखनी होगी।सभी अवैध कारोबार , रिकार्ड पर जो अपराधी हैं , हिस्ट्री शीटर और संध्यास्पद व्यक्ति की मूवमेंट्स की जानकारी , तड़ीपार लोगों की जानकारी रखनी होगी।आपस में जो झगड़े होते हैं और समाजिक राजनीतिक दखल होती है उसकी जानकारी रखनी होगी।घरेलू कारोबार बड़े या छोटे इन सब की जानकारी रखनी होगी।
भारंबे ने बताया कि One Village One Constable का मात्र एक लक्ष्य यह है कि गांव के लोग और पुलिस के बीच तालमेल बेहतर रहे और कॉन्स्टेबल ऑफीसर बन कर लोगों के बीच उनकी समस्याओं को सुलझायें ताकि हर एक को पुलिस थाने की सीढ़ी न चढ़नी पड़े।इसके साथ साथ इलाके में अपराध पर महिलाओं पर हो रहे अत्याचार इन सब पूरी तरह से लगाम लगे।
Post View : 39