शाहिद अंसारी
मुंबई:हाल ही में छगन भुजबल के सीए सुनील नाइक को ED ने गिरफ्तार किया था कोर्ट में पेश किए जाने के बाद नाइक को पहले न्यायिक हिरासत मे भेजा गया।जिसके बाद नाइक ने वादा माफ गवाह बनने की शर्तों के साथ ज़मानत की अर्ज़ी दी और कोर्ट ने उसे ज़मानत पर रिहा कर दिया।अब नाइक संबंधित जांच एजेंसी ED के की तरफ से वादा माफ गवाह बनकर मामले की सच्चाई को बयान करेगा।
सुनील नाइक की इस रिहाई के बाद छगन भुजबल मामले में शामिल सारे चार्टेड अकाउंटेंट अब तक ईडी की पहुंच से बाहर हैं जिनमें कोलकाता के तकरीबन 150 शातिर चार्टेड अकाउंटेंट और फ़र्ज़ी कंपनियों की तादाद खासी है। जिनके बारे में सबसे पहले Bombay Leaks में ही ख़बर प्रकाशित की गई थी।हालांकि लगातार ED की छानबीन में उन फर्ज़ी कंपनियों में इज़ाफा हो रहा है।जिनकी बुनियाद कोलकाता और नागपुर मुंबई में मौजूद चार्टेड अकाउंटेंट ने सिर्फ इस लिए डाली थी कि वह भुजबल की काली कमाई को इन कंपनियों के ज़रिए सफेद कर सकें।हालांकि ACB मुंबई की टीम ने भुजबल के कोलकाता के ब्लैक ऐंड व्हाइट कनेक्शन को बेनकाब किया था।और ACB के डर से ही कोलकाता में मौजूद सारे चार्टेड अकाउंटेंट भाग खड़े हुए।
लेकिन मामला जैसे ही ED के समक्ष आया ईडी ने जांच में काफी समय लगाया यह सच है कि छगन भुजबल और समीर भुजबल की गिरफ्तारी कर ED ने अपनी पीठ ज़रूर थपथपाई है लेकिन ED कोलकाता में मौजूद चार्टेड अकाउंटेंट को गिरफ्तार करने में नाकाम रही।इस नाकामी और उनको गिरफ्तार ना करने के पीछे की बड़ी वजह यह है कि अब ED उन्हें जान बूझकर यह नौका दे रही है कि वह वादा माफ गवाह बनें।इस तरह से ED की कार्रवाई की खानापुरी भी पूरी हो जाएगी और बैक डोर से सारे चार्टेड अकाउंटेंट को खुद को क़ानूनी कार्रवाई से बचने का मौका भी मिल जाएगा।अब इस मेहरबानी के पीछे ED को क्या लाभ होगा यह सोचने वाली बात है।इसी तर्ज़ पर नवीन जिंदल से जुड़े कोयला घोटाला मामले में भी जिंदल समूह के साथ काम करने वाले एक चार्टर्ड एकाउंटेंट ने मामले में खुलासे के लिए वादा माफ गवाह बनने की पेशकश की थी।
जिस प्रकार से ED की पकड़ से भुजबल का परिवार नहीं बच सका तो भला काले धन को सफेद करने वाले चार्टेड अकाउंटेंट कैसे बच सकते हैं लेकिन इस मामले में भुजबल की गिरफ्तारी के बाद से चार्टेड अकाउंटेंट पर ED की पकड़ ढीली होते नज़र आ रही है।इस मोहलत का सारे चार्टेड अकाउंटेंट भरपूर फाएदा उठा रहे हैं इस रास्ते को चार्टेड अकाउंटेंट सुनील नाइक ने खोल दिया है वादा माफ गवाह बनकर।क्योंकि वादा माफ गवाह बनने के बाद अब सारे चार्टेड अकाउंटेंट इसी रास्ते पर चलकर खुद को सरेंडर करने की फिराक में हैं।क्योंकि ED की कार्रवाई और जेल की सलाखों के पीछे पहुंचने से बचने के लिए यह एक मात्र उपाय है जिसका फाएदा हर वह चार्टेड अकाउंटेंट उठाने की फिराक में है जिसने भुजबल की काली कमाई को सफेद करने में साथ साथ रहा।
लेकिन ED की मेहरबानी से वह आरोपी नहीं बल्कि वादा माफ गवाह बनकर खुद को सुरक्षित करने की हौड़ मे लगे हुए हैं।हालांकि वादा माफ गवाह बनने के लिए भी कानूनी प्रक्रिया से गुजरना होता है इसके लिए बाकायदा कोर्ट को आवेदन कर आगाह करना होता है और कोर्ट की अनुमित के बाद ही संबंधित जांच एजेंसी उन्हें वादा माफ गवाह बना सकती है।
Bombay Leaks के पास भुजबल मामले मे शामिल कोलकाता के साथ साथ देश के दूसरे राज्यों की फर्ज़ी कंपनियां और चार्टेड अकाउंटेंट की लिस्ट मौजूद है जिसमें कोलकाता के दिग्गज चार्टेड अकाउंटेंट संजीव जैन,राजेश केजरीवाल और चंद्रशेखर शारदा का नाम के साथ साथ तकरीबन 150 कंपनियां और चार्टेड अकाउंटेंट की तफ्सील मौजूद है।
Post View : 24