शाहिद अंसारी
मुंबई:मुबंई ACB ने आज रेलवे ट्राफिक ब्रांच के हवलदार अनिल महिसले को 900 रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।दर सल एक उबर कैब के ड्राइवर पार्टनर जो कि पेशे से साफ्टवेयर इंजीनियर भी है उनकी शिकायत मिलने के बाद ACB ने जाल बिछाया और जब यह हवलदार ने पैसे वसूल किए तो उसे रंगे हाथ गिरफ्तार करिलिया।
क्या था मामला
मुंबई सेंट्रल के पास मौजूद शिकायतकर्ता अपनी कैब में बैठा हुआ था उसी दौरान रेलवे ट्राफिक पुलिस ने उसका लाएसेंस इस बिना पर ले लिया कि उसने ड्रेस नहीं पहना था।लाएसेंस जब्त करने के बाद रेलवे ट्राफिक पुलिस ने उसका चालान काट कर उसे रसीद थमा दी।जब रसीद लेकर वह अपना लाएसेंस लेने के लिए रेलवे ट्राफिक आफिस भाईखला पहुंचा तो वहां पर तैनात आरोपी अनिल महिसले ने उससे 900 रूपए लेकर उसका लाएसेंस दे दिया जब उसने पैसों की रसीद मांगी तो उसने नहीं दिया।इससे पहले भी इसी तरह कई बार इसी शिकायतकर्ता के लाएसेंस जब्त हुए और उसने फाइन भी जमा की लेकिन उसे फाइन भरने की रसीद नहीं दी गई।
मुंबई सेंट्रल और दादर स्टेशन पर इस तरह से कार्रवाई के नाम पर रेलवे पुलिस लाएसेंस जब्त करती है और पैसे लेकर लाएसेंस वापस करदेती है।लेकिन उस पैसे की कोई रसीद नहीं दी जाती जिसका मतलब है कि वह पैसे सराकरी खाते मे ना जमा होकर इनके जेब मे चले जाते हैं।
नकली चालान रसीद देने का अंदेशा
पहले लाएसेंस जब्त किया जाता है फिर चालान रसीद दी जाती है और उसके बाद वह रसीद दिखाने के बाद ही रेलवे ट्राफिक पुलिस उसका लाएसेंस वापस करती है।और उससे आर्थिक दंड भी वसूल करती है यहां तक तो मामला ठीक है।आर्थिक दंड के बाद रसीद ना देने का मतलब भी साफ है कि यह पैसे उनकी जेब मे जाते हैं।इसका यह मतलब यह भी हो सकता है कि दादार स्टेशन पर जो चालान रसीद दी जाती है वह नकली हो सकती है जिसे केवल ड्राइवर को दिखाने के लिए दी जाती है और जब वह अपना लाएसेंस लेने आता है तो उससे चालान रसीद लेकर लाएसेंस दे देते हैं।और उस रसीद को फाड कर फेक देते हैं।फिलहाल मुंबई ACB पूरे मामले में इस पहलू से छानबीन कर रही है ऐसी आशंका जती जारही है कि यह एक बहुत बडा रैकेट हैं जिसमें नकली चालान रसीद लोगों को दी जाती है।ACB मुंबई प्रमुख किशोर जाधव ने कहा कि हमनें आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद रेलवे ट्राफिक पुलिस की इस कार्रवाई मे जो लोग भी शामिल हैं उन सब की जांच कर रहे हैं।चालान रसीद कहां दी जाती है और लाएसेंस देने के बाद लाएसेंस धारक से ली गई चालान रसीद कहां जाती है इन सब की छानबीन कर रहे हैं।यदि छानबीन में जो भी सामने आएगा ACB उसपर कार्रवाई करेगी।
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