Bombay Leaks Desk
मुंबई : Bombay Leaks में उर्दू टाइम्स मुखपत्र के संपादक सईद अहमद की गुंडई की दास्तां जब प्रकाशित की गई तो मानो भौंचाल आगया क्योंकि उर्दू मुखपत्र की आड़ में गुंडई करने वाले सईद अहमद ने यह सोचा था की महिलाओं के ऊपर उनके द्वारा अत्याचार करने की यह हरकत कोई मीडिया पब्लिकेशन प्रकाशित ही नहीं करेगा। लेकिन Bombay Leaks ने न सिर्फ़ ख़बर प्राकाशित की बल्कि सईद के उस चेहरे को बेनकाब किया जिस से समाज या उर्दू भाषी वाकिफ़ नहीं थे।
सईद के जुल्म की दास्तां Bombay Leaks ने जैसे ही प्रकाशित की उसके बाद उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों की दहलीज़ पर दस्तक देने के बाद स्थानी पुलिस थाने नागपाड़ा में पत्रकार शाहिद अंसारी के खिलाफ़ एनसी दर्ज करा दी। लेकिन यह एनसी सईद अहमद की ओर से नहीं बल्कि उनकी पत्नी कमरुन्निसा सईद उर्फ़ चच्ची चौथी पास की तरफ़ से थी।
अपनी शिकायत में चच्ची चौथी पास लिख रही हैं कि सईद अहमद ने अपनी लैंडलेडी को अपना कुर्ता उठा कर गुप्तांग दिखा दिए थे और उसे गंदी गंदी गालियां दी थीं जिसकी शिकायत नागपाड़ा पुलिस थाने में मुमताज़ ने दर्ज की थी जिसकी एफआईआर नंबर 207/2012 है। यह ख़बर लिखने के बाद कमरुन्निसा सईद उर्फ़ चच्ची चौथी पास की बड़ी बदनामी हुई है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि सईद अहमद खुद शिकायत करने नहीं गए बल्कि उन्होंन अपनी पत्नी कमरुन्निसा सईद उर्फ़ चच्ची चौथी पास का सहारा लेते हुए शिकायत की है। जबकि कमरुन्निसा सईद उर्फ़ चच्ची चौथी पास ने खुद भी इस बात को लेकर शिकायत की है कि वह उर्दू साहित्य अकैडमी की सदस्य हैं और Bombay Leaks ने यह खबर प्रकाशित की थी की वहां की सदस्यता के लिए योग्यता नहीं बल्कि चाटूकारिता की ज़रूरत है। खास बात तो यह है कि एक आरटीआई से यह पता चला कि महाराष्ट्र उर्दू साहित्या अकैडमी की सदस्यता के लिए किसी प्रकार के कोई नियम गाइडलाइंस नहीं बनाई गई है। इसलिए वहां असर-व-रुसूख रखने वालों के लिए या सरकार की चाटुकारिता करने वाले सदस्यों की भरमार है जबकि उर्दू के जानने वाले और सदस्यता की योग्यता रखने वालों को कोई पूछने वाला नहीं।
दरअसल कमरुन्निसा सईद उर्फ़ चच्ची चौथी पास इस बार उर्दू साहित्य अकैडमी का चेयरमैन बनने का सपना देख रही हैं लेकिन चौथी पास की ख़बर से उनकी जम कर थू थू हुई और अब उन्हें चेयरमैन की कुर्सी खतरे में दिखाई देने लगी तो उन्होंने स्थानी पुलिस थाने और वरिष्ठ अधिकारियों का सहारा लेकर मामले की सच्चाई दबाने की कोशिश कर रही थीं लेकिन Bombay Leaks ने उनके इस नापाक इरादे को नाकाम कर दिया जिसके बाद वह सच्ची पत्रकारिता का रुख मोड़ने में कामयाब नहीं हो पाए।
यह उस संस्था के लिए सब से जिल्लत की बात होगी जो कौम को सुधारने की ठेकेदारी ले रखी है और जब उसकी असलियत अवाम के सामने आई तो वह अपनी बदनामी के ढिंढोरे पीट रही है और पुलिस थानो के चक्कर काट रही है। और यह सब के लिए वह भी खुद नहीं बल्कि एक महिला की आड़ से मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए इनके लिए यही कहना बेहतर होगा कि “ ना , मर्द ऐसा नहीं करते सईद , युद्ध में खुद लड़ा जाता है , महिलाओं की आड़ से कब तक लड़ते रहोगे । ”
देखें कमरुन्निसा सईद उर्फ़ चच्ची चौथी पास की ओर से शाहिद अंसारी के विरुद्ध दर्ज कराई गई एनसी और सईद अहमद के खिलाफ़ दर्ज एफआईआर और पीड़िता के बयान की कापी
Post View : 69