शाहिद अंसारी
मुंबई:मुंबई में नागपाड़ा इलाके में डंकन रोड पर स्तिथ फिदा हाउस बिल्डिंग के अवैध निर्माण को लेकर बिल्डर ने जिस तरह से फ़र्ज़ीवाड़ा किया है उसमें बीएमसी के खुद कई कर्मचारी शामिल हैं ऐसी जानकारी बीएमसी ई-वार्ड के वार्ड ऑफ़ीसर किशोर देसाई ने दी है।जानकारी के मुताबिक बीएमसी के दो विभाग जांच के दाएरे में है उनके खिलाफ़ जांच चल रही है जिनमें आई.टी सेल और बिल्डिंग प्रपोज़ल विभाग के कर्मचारी शामिल हैं।
आई.टी सेल का काम होता है कि वेबसाइट पर बिल्डिंग प्रपोज़ल में मौजूद बिल्डिंग के रिकार्ड को बीएमसी की वेबसाइट पर अपलोड करना जबकि बिल्डिंग प्रपोज़ल विभाग में बिल्डिंग से जुड़े दस्तावेज़ों का रिकॉर्ड होता है।फिदा हाउस के बिल्डर ने इन दोनों विभागों के कर्मचारियों की मिली भगत से पहले असली कागज़ात गायब करवाऐ और फिर आई.टी सेल के कर्मचारियों से मिल कर उस सली कागजात में हेर फेर कर उसे बीएमसी की वेबसाइट पर अपलोड करवा दिया जबकि बिल्डिंग प्रपोज़ल विभाग से असली कागज़ात आज तक गायब हैं।बीएमसी ई-वार्ड के वार्ड ऑफ़ीसर किशोर देसाई को इन मामलों की जानकारी जैसे ही हुई उन्होंने संबंधित विभाग को इस बात की जानकारी देते हुए इन सब जगहों पर मौजूद कर्मचारियों की जांच करने के लिए कहा है जिनकी बिलडर से मिली भगत होती है।इसके साथ साथ अब रहिवासियों के साथ साथ उन लोगों पर भी बीएमसी की गाज गिरने वाली है जो इस बिल्डिंग के रेसिडेंसियल जगहों का कमर्शियल उपयोग करते हैं।उनमें बीएमसी ने कई लोगों को नोटिस भी जारी की है जल्द ही उन लोगों के बारे मे भी बीएमसी जानकारी देगी जिन लोगों ने गैर कानूनी तरीके से रेपेरिंग के नाम पर बिल्डिंग के स्ट्रक्चर के साथ छेड़छाड़ कर रेसिडेंसियल जगहों को कमर्शियल तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं।इस मामले में आर्किटैक्चर के खिलाफ़ भी बीएमसी की ओर से मामला दर्ज कराया जाएगा जिसने इस फ़र्ज़ीवाड़े में बिलडर का साथ दिया।
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