शाहिद अंसारी
मुंबई : करोड़ों रूपए के भ्रष्टाचार में घिरे बॉम्बे मर्कंटाइल बैंक के चेयरमैन ज़ीशान मेंहदी को लेकर आरबीआई ने मुंबई हाईकोर्ट में हलफ़नामा दाखिल करते हुए कहा कि ज़ीशान मेंहदी बॉम्बे मर्कंटाइल बैंक के लिए हानिकारक है अगर यह बैंक में रहते हैं तो यह बैंक के लिए बहुत ही बड़ी समस्या होगी।इस विषय में मुंबई हाईकोर्ट में दाखिल हुई याचिका की सुनवाई के दौरान आरबीआई ने बॉम्बे मर्कंटाइल बैंक के चेयरमैन ज़ीशान मेंहदी के ज़रिए बैंक में किए गए भ्रष्टाचार को लेकर हलफ़नामा दाखिल किया है जिसमें आरबीआई ने कोर्ट को बताया कि जीशान मेंहदी द्वारा बोगस खाते खोल कर बॉम्बे मर्कंटाइल को करोड़ों रूपए का चूना लगाया है और इस काम में बैंक के एमडी शाह आलम भी शामिल हैं।आरबीआई ने अपने जवाब में यह लिखा है कि चूंकि इन्हें बैंक से निकालना उनके अधिकार क्षेत्र में नही है इसलिए उन्होंने सेंट्रल रजिस्ट्रार को पत्र लिख कर ज़ीशान मेंहदी को बाहर का रास्ता दिखाने की बात कही है।
आरबीआई के अधिकारी शशिकांत मेनन ( असिस्टेंट जनरल मैनेजर डीपार्टमेंट आफ कोपरेटिव बैंक ) ने अपने हलफनामे में बताया कि हमने सेंट्रल रजिस्ट्रार को 5 जून 2017 को पत्र लिख कर जीशान मेंहदी द्वारा किए गए घपले के बारे में जागरुक किया है।मेंहदी के दो बोगस एनपीए अकाउंट 10 करोड़ 30 लाख के थे यह खाते बंद करने के लिए उन्होंने शान ट्रेडर्स और यूनिनर्सल इंटर प्राइजेज के नाम से 2 और बोगस खाते खोले और बोगस खाता खोलने में एमडी शाह आलम खान का पूरा सहयोग रहा।बॉम्बे मर्कंटाइल बैंक का यह पैसा इलाहाबाद बैंक में परपल ट्रेडर्स के नाम से खोले गए खाते में ट्रांस्फर किया गया इस परपल कंपनी के पार्टनर खुद जीशान मेंहदी थे।इसी तर्ज़ पर यूनियन बैंक में लकी इंटरप्राइजेज के नाम से बोगस अकाउंट खोला गया और बॉम्बे मर्कंटाइल बैंक के 15 करोड़ की मोटी रकम हड़प करली गई और इस तरह से पहले के खोले गए बॉम्बे मर्कंटाइल बैंक में दोनों खाते बंद होगए।
आरबीआई ने अपने हलफनामे में यह स्वीकार किया है कि जीशान मेंहदी द्वारा भ्रष्टाचार किया गया है।और इस तरह से जीशान मेंहदी ने मल्टीस्टेट कॉआपरेटिव सोसायटीज़ ऐक्ट की धारा 29 (d) का उल्लघन किया है।जबकि याचिकाकर्ता के वकील एडोकेट भावेश परमार ने कहा कि हमने पहले ही याचिका में सेंट्रल रजिस्ट्रार के खिलाफ़ शिकायत की है क्योंकि इतना बड़ा भ्रष्टाचार होने के बाद उनकी जिम्मेदारी होती है कि वह बैंक के चेयरमैन के खिलाफ़ तुरंत कार्रवाई कर बाहर का रास्ता दिखाऐं लेकिन इस मामले में कार्रवाई तो दूर की बात वह अभी भी चेयरमैन बन कर बैंक मे भ्रष्टाचार का बाजार गरम कर रखे हुए हैं।ध्यान रहे इस मामले में जीशान मेंहदी के समर्थन में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी उतर चुके हैं जिसकी वजह से जीशान मेंहदी के खिलाफ़ अबतक कार्रवाई नही की गई।
Post View : 33