शाहिद अंसारी
मुंबई : मुंबई पुलिस ने अपहरण के एक मामले को 24 घंटे के अंदर न सिर्फ़ हल कर लिया बल्कि अपहरण करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया।गिरफ्तार आरोपी मुंबई के मुलुंड,डोंबीवलीऔर कलवा के रहने वाले थे।
मामला मुंबई के एनएम जोशी मार्ग पुलिस थाने का है जहां सीट्स चेकईन्स लिमीटेड नाम की एक इनवेस्मेंट कंपनी में मौजूद 48 साल के चार्टेड अकाउंटेंट को कल शाम चार लोगों ने जबरन गाड़ी में बिठा कर उसका अपहरण कर लिया।अपहरण करने के बाद उन्होंने फिरौती की 10 करोड़ की रकम की मांग की जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए ज़ोनल डीसीपी अखिलेश सिंह ने मुंबई के तीन पुलिस थाने जिनमें एनएम जोशी मार्ग के सीनियर पीआई अहमद पठान,डिटेक्शन ऑफीसर उत्केश्वर वज़े, भाईखला पुलिस थाने से इंस्पेक्टर सुरेश चोरट , ताड़देव पुलिस थाने से अरुण थोरात नाम के तीन ऑफीसरों की टीम बनाई और मामले की छानबीन में जुट गए।सबसे पहले पुलिस टीम ने काल के आधार पर यह पता लगान की कोशिश की कि आखिर अपहरणकर्ता कौन हो सकते हैं छानबीन में इस बात का पता चला कि अपहरण करने वाले एक आरोपी के पास एसएक्स 4 गाड़ी मारूती कार है।हालांकि अपहरणकर्ताओं ने सफेद रंग की विंटो कार का इस्तेमाल किया था और बाद में गाड़ी बदल दी पुलिस ने आरोपियों की कार और अपहरण के लिए इस्तेमाल की गई कार के बारे में पता किया उसके बाद फिरौती के लिए आए हुए कॉल की तफ्सील निकाली जिसमें अपहरणकर्ता फोन पर 10 करोड़ रूपए की एनएफटी करने लिए कहता है तो पता चला कि फिरौती के लिए आए हुए काल का लोकेशन मुरबाड का है पुलिस की टीम मुरबाड के जंगलों में अपहरणकर्ता और पीड़ित दोनों को ढूंढने लगी तकरीबन 2 घंटे की छानबीन करने के बाद अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर पीड़ित चार्टेड अकाउंटेंट को उनके चंगुल से छुड़ा लिया।चार्टेड अकाउंटेंट गुजरात का रहने वाला है।
अपहरण करने वाले चार युवकों में से एक युवक ने भी इस कंपनी का एजेंट था जिसने कई लोगों के काफी पैसे इनवेस्ट किए थे लेकिन कंपनी डूब जाने के बाद से उसे भी दिक्कत होगई इसलिए उसने अपने दोस्तो के साथ मिलकर अपहरण का प्लान बनाया था।लेकिन यह प्लान 24 घंटे तक भी न टिक पाया और सारे आरोपी चढ़ गए पुलिस के हत्थे।
पुलिस ने जब छानबीन की तो पता चला कि एनएम जोशी मार्ग पुलिस थाने की हद में सीट्स चेकईन्स लिमीटेड नाम की एक इनविसमेंट कंपनी थी जो कि लंबे समय से काम लोगों के साथ कारोबार करती है लेकिन पिछले डेढ़ साल से लोगों के पैसे वापस न करने की वजह से इनवेस्टर्स ने इसकी शिकायत कोर्ट में की और कोर्ट के आदेश के बाद मामले की छानबीन करने के लिए चार्टेड अकाउंटेंट को नियुक्त किया गया। ज़ोनल डीसीपी अखिलेश सिंह ने बताया कि हमने मामले को बहुत ही गंभीरता से लेते हुए और टेक्निकल सपोर्ट के साथ छानबीन की जिसके बाद मामले को हल करने में आसानी हुई है फिलहला गिरफ्तार चारों आरोपियो से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इन लोगों ने इससे पहले भी इस तरह की वारदात को अंजाम दिया है कल सारे आरोपियों को पुलिस कोर्ट मे पेश करेगी।
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