शाहिद अंसारी
मुंबई : मुबंई पुलिस की एक और शर्मनाक करतूत ने सिर्फ मुबंई पुलिस को ही नहीं बल्कि समाज को भी शर्मसार करदिया।मुंबई पुलिस के रिटाएर्ड ए.स.पी भगवान लहाने का बेटा भूषण लहाने को मुंबई के साकीनाका पुलिस थाने नें एक 28 साल की विवाहित महिला को आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने के आरोप मे गिरफ्तार किया है। साकीनाका पुलिस थाने मे दर्ज 28 अगस्त को FIR के बाद भूषण लहाने को पुलिस ने गिरफ्तार किया फिलहाल भूषण लहाने न्यायिक हिरासत में है।
शिकायतकर्ता राजू साहनी जो कि पेशे से साकीनाका इलाके में ही एलेक्ट्रीशियन हैं साहनी की 28 वर्षी पत्नी ने 5 अगस्त को खुदकुशी करली जिसके बाद राजू साहनी नें मामले की छानबीन की तो पता चला कि साहनी की पत्नी और भूषन लहाने की दोस्ती थी।भूषण नें साहनी की पत्नी का रेप किया और फिर ब्लैकमेल करता रहा।लेकिन ताज्जुब इस बात का कि पुलिस नें केवल खुदकुशी के लिए मजबूर करने की धारा 306 लगाकर रिटाएर्ड ए.स.पी भगवान लहाने के बेटे भूषण लहाने को बचाने में लग गई।
पीडिता के पती को FIR दर्ज करवाने में साकीनाका पुलिस थाने मे नाको चने चबाने पडे बडी मुश्किल से पुलिस ने FIR तो दर्ज की लेकिन पुलिस ने सही मामले को छिपा कर केवल धारा 306 लगाई ताकि आरोपी को बचाया जासके। इस बारे मे जब साकीनाका पुलिस थाने के सीनियर पीआई अविनाश धर्माधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला तो दर्ज किया गया है लेकिन ज्यादा तफ्सील उन्हें नहीं पता क्योंकि वह बंदोबस्त मे हैं।
आरोपी भूषण लहाने रिटाएर्ड ए.स.पी भगवान लहाने का बेटा और बीजेपी भारती जंता पार्टी का जिला सचिव है।भगवान लहाने खुद साकीनाका पुलिस थाने में सीनियरपीआई के ओहदे पर कार्यरत थे फिलहाल रिटाएर्ड हैं।
शिकायतकर्ता राजू साहनी नें कहा कि हमने पुलिस से रेप और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करने की गुहार लगाई लेकिन पुलिस मामला दर्ज करने मे आना कानी करती रही और आखिर में पुलिस ने मामला तो दर्ज किया लेकिन रेप का मामला दर्ज नहीं किया क्योंकि आरोपी खुद एक पुलिस वाले का बेटा है।इसलिए पुलिस ने जानबूझ कर रेप का मामला दर्ज नहीं किया।और अब पुलिस कहती है कि बाडी का तो अंतिम संस्कार करिदया गया है रेप के लिए जांच कैसे करें।मतलब साफ जाहिर होता है कि पुलिस शव का अंतिम संस्कार करने के ही इंतेजार मे थी क्योंकि एक बार शव जला दिया गया तो मेडिकल या दूसरी प्रक्रियाऐँ नहीं होपाऐंगी।
साकीनाका पुलिस थाने में पुलिस वालों के जरिए लापरवाही की यह कोई पहली वारदात नहीं है इससे पहले भी इसी पुलिस थाने के निकम्मे पुलिस कर्मियों नें एक महिला के साथ रेप कर वसूली की थी।जिसके बाद मामला दर्ज हुआ था और सीनियरपीआई और डीसीपी का तबादला करदिया गया था।अब देखना होगा कि इस मामले में मुबंई सीपी राकेश मारिया क्या फिर से साकीनाका पुलिस थाने के उन पुलिस वालों पर कार्रवाई करते हैं जिन्होंने इस मामले में लापरवाही बरती है 23 दिन बाद FIR दर्ज की और केवल धारा 306 के तहेत मामला दर्ज कर असल वजह छिपा कर आरोपी को बचा लिया या केवल शीना हत्या कांड में ही वाहवाही लूटते रहेंगें।
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