मुंबई : बिल्डर के जरिए सीनियर सिटीजन के साथ धोखाधडी आम होचुकी है विलेपार्ले के रहने वाले 85 वर्षी अनंत शाह जिनका बंगला मुंबई के विलेपार्ले इलाके मे है । पास में ही मौजूद पीस कंस्ट्रक्शन के मालिक बिल्डर जयेश पांडिया नें अनंत शाह के बंगले को बिल्डिंग में तब्दील करने का प्लान बनाया। जिसको लेकर शाह नें उन्हें कुछ समय के लिए पावर आफ अटर्नी दी लेकिन दिए गए समय के अंदर बिल्डर जयेश पांडिया घर नहीं बना सका । लेकिन बीएमसी कि मिली भगत से जयेश पांडिया नें गैर कानूनी तरीके से बंगले को ध्वस्त कर बिल्डिंग बना दी।शाह को लंबे समय के बाद पता चला कि शाह की इसी जगह के नाम पर बिल्डर ने कई बैंको से करोडों लोन ले रखा है।जिसकी इजाजत बिल्डर ने बंगले के मालिक आनंत शाह से नहीं ली छानबीन मे पता चला कि जयेश पांडिया नें विजया बैक से 43 लाख एचडीएफसी बैंक से 3 करोड यूनियन बैंक से 92 लाख रूपए का लोन लिया है । इस करोडों के लोन में ना सिर्फ बिल्डर नें अपने नाम से लिया बल्कि अपनी पत्नी भावना पांडिया के नाम से भी लिया है और लोन के बदले में अनंत शाह के घर को मोरगेज रखा । शााह को जब बिल्डर के काले कारनामों के बारे में पता चला तो उन्होंने ने इसकी शिकायत मुंबई के आर्थिक गुनाह शाखा मे की जिसके बाद इस शिकायत को जूहू पुलिस थाने कार्रवाई के ले भेज दिया गया लेकिन मामला बिल्डर का देख पुलिस भी कार्रवाई करने के बजाए टालमटोल कररही है।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर बैंक ने बिना छानबीन के ही बिल्डर जयेश पांडिया को करोडों के लोन के लिए टाइटल क्लियरेंस सर्टिफिकेट कैसे जारी किया । जिस जगह को बैंक में बिल्डर ने खुद की बता कर मोरगेज रखा उसके मालिक सीनियर सिटीजन अानंत शाह है ।
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