Bombay Leaks Desk
मुंबई : अपनी झोलरगिरी के लिए मशहूर हाजी अमीन के टुकड़ों पर पलने वाला झोलर ए नागपाड़ा आसिफ़ सरदार की भावना भड़क गई है और इस भावना के भड़कने में दिन ब दिन इजाफ़ा होते नज़र आ रहा है।इसी लिए झोलर सरदार लगातार धार्मिक भावना स्पेशलिस्ट पुलिस थाने नागपाड़ा के कई हफ्तों से चक्कर काट रहा है और यह कोशिश कर रहा है कि सरदार मुंबई के पूर्व कमिश्नर अहमद जावेद के साथ खिंचाई गई फोटो से नागपाड़ा के दबंग सीनीयिर पीआई संजय बस्वत को गुमराह कर के धार्मिक भावना को आहत करने का मामला दर्ज करवा ले।ताकि झोलर सरदार का सरदार और आज़ाद मैदान दंगों और हत्या का आरोपी तोडु-ए-नागपाड़ा स्वघोषित धर्मधुरंधर भूमाफिया श्री मुईन अशरफ़ उर्फ़ बाबा बंगाली को यह खुशखबरी सुनाए लेकिन एक महीने बीत जाने के बाद भी झोलर सरदार की इस नापाक मंशा को नागपाड़ा पुलिस थाने ने पूरी नहीं की जिसके बाद झोलर सरदार बिन पानी के मछली के जैसे छटपटा रहा है।हैरानी की बात यह है कि कानून के साथ खिलवाड़ करने और कानून को अपनी जागीर समझने के बांगदार दावे करने वाला बाबा बंगाली जिसे माहिर -ए- धार्मिक भावना का नाम दिया जाता है वह तक मामला दर्ज करवाने में असमर्थ हो गया।क्यंकि नागपाड़ा पुलिस थाने से न तो इसे और न इसके गुर्गों को भाव नहीं दे रहा है।
दरअसल उर्दू अखबार सीरत के एडिटर मुईनउद्दीन अजमेरी ने अपने अख़बार में बंगाली बाबा की पोलपट्टी खोल दी जिसके बाद से झोलर सरदार के पेट और पीठ में दर्द शुरू हो गया और झोलर सरदार इसके लिए नागपाड़ा पुलिस थाने के चक्कर काट रहा है।सीरत वही अख़बार है जिसके विरुद्ध बाबा बंगाली के गुर्गों ने साल 2013 में नागपाड़ा पुलिस थाने में धार्मिक भावना को आहत करने का झूटा मामला दर्ज करवाया था।हालांकि सीरत के एडिटर मुईनउद्दीन अजमेरी का कहना है कि झोलर सरदार बंगाली की पीआर गिरी करता है और हाजी अमीन के टुकड़ों पर जीता है इसलिए उसे चर्बी ज्यादा आ गई है।इसके अलावा दलाली और वसूली के भी काम में माहिर है 500 से लेकर 5000 तक की झोल हो गई तो इसका एक हफ्ते का गुजर बसर हो जाता है इसी लिए जो शख्श हराम कमाई खाता है उसका दिमाग और जेहन दोनों हराम काम करने के लिए उसे मजबूर करता है इसलिए सरदार की मजबूरी है कि बंगाली की शाबाशी पाने के लिए वह झूटा मामला दर्ज करवाने की फिराक में लगा है लेकिन मैं डरने वालों में से नहीं हूं जब इसके गुरू बंगाली से नहीं डरा यह झोलर तो उसका चेला है।
इस बारे में ताड़देव डिवीज़न के एसीपी नागेश जाधव ने कहा कि सरदार की शिकायत नागपाड़ा में आई है लेकिन इसका यह मतलब तो नहीं कि वह बंगाली बाबा का चमचा है तो मामला दर्ज कर लिया जाए।किसी भी पत्रकार की खबरों से किसी को दिक्कत है तो वह कोर्ट जाए।
वैसे आज कल सोशल साइट्स पर झोलर सरदार के चर्चे आम हो गए हैं और हर अदना से आला झोलर सरदार की बैंड बजा रहा है हालांकि झोलर सरदार ने लोगों में अपना भौंकाल बनाने के लिए मुंबई पुलिस के एक दो अधिकारियों की फोटो भी पोस्ट की है लेकिन झोलर सरदार का रुतबा बुलंद होने के बजाए लोग उसे गालियों से नवाज़ रहे हैं जिसके बाद झोलर सरदार खादिम बना बैठा है।
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